फोटो गैलरी

Hindi Newsशरत युगल के फाइनल और एकल के सेमीफाइनल में

शरत युगल के फाइनल और एकल के सेमीफाइनल में

अचिंत शरत कमल ने अपनी ख्याति के अनुरूप शानदार प्रदर्शन करते हुए आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में पुरुष युगल के फाइनल में पहुंचकर भारत के लिये एक पदक पक्का किया और फिर एकल के...

शरत युगल के फाइनल और एकल के सेमीफाइनल में
एजेंसीFri, 01 Aug 2014 11:15 PM
ऐप पर पढ़ें

अचिंत शरत कमल ने अपनी ख्याति के अनुरूप शानदार प्रदर्शन करते हुए आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में पुरुष युगल के फाइनल में पहुंचकर भारत के लिये एक पदक पक्का किया और फिर एकल के सेमीफाइनल में पहुंचकर दूसरे पदक की उम्मीद जगायी।

शरत कमल ने एंथली अमलराज के साथ मिलकर युगल के सेमीफाइनल में सिंगापुर के यांग जि और क्षान जियान की जोड़ी को 11-7, 12-10, 11-3 से शिकस्त दी।

इस भारतीय जोड़ी को स्वर्ण पदक के मुकाबले में गाओ निंग और लि हु की सिंगापुर की मजबूत जोड़ी से भिड़ना होगा। शरत कमल ने चार साल पहले दिल्ली राष्ट्रमंडल में सुभाजीत साहा के साथ मिलकर युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक हासिल किया था।

विश्व में 44वें नंबर के शरत कमल ने इसके साथ पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के पाल ड्रिंकाल को 43 मिनट तक चले मुकाबले में 11-7, 11-76, 12-10, 9-11, 11-6 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनायी। उन्होंने इससे पहले नाईजीरिया के अनुभवी खिलाड़ी सेगुन टोरियोला को 11-5, 11-6, 11-7, 11-4 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था।

सौम्यजीत घोष को हालांकि तीसरे दौर में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने के बाद क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड के हाथों एक बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में 11-7, 7-11, 11-9, 7-11, 10-12, 9-11 से हार का सामना करना पड़ा। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने इससे पहले तीसरे दौर में दुनिया के 76वें नंबर के खिलाड़ी लि हु को 11-5, 2-11, 11-8, 11-8, 11-9 से पराजित किया था।

भारत के एक अन्य खिलाड़ी हरमीत देसाई चार सीधे गेम में क्षान जियान से हार गये। महिला वर्ग के युगल क्वार्टर फाइनल में भी भारत को निराशा हाथ लगी। शामिनी कुमारसेन और मधुरिका पाटकर की भारतीय जोड़ी इंग्लैंड की जोआना ड्रिंकाल और केली सिबली से 10-12, 10-12, 11-8, 2-11 से हार गयी।
    
भारत पहली बार टीम चैम्पियनशिप में पदक जीतने में असफल रहा। दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में देश ने रिकॉर्ड पांच पदक हासिल किये थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें