चीन में विकिरण का खतरा
चीन में सोमवार को आए तीन दशक के सबसे भयंकर भूकम्प के बाद अब वहाँ रेडियोएक्िटव पदार्थो से विकिरण का खतरा है। इसी वजह से भूकम्प प्रभावित इलाकों में स्थित गुप्त परमाणु ठिकानों से वैज्ञानिकों को वापस...
चीन में सोमवार को आए तीन दशक के सबसे भयंकर भूकम्प के बाद अब वहाँ रेडियोएक्िटव पदार्थो से विकिरण का खतरा है। इसी वजह से भूकम्प प्रभावित इलाकों में स्थित गुप्त परमाणु ठिकानों से वैज्ञानिकों को वापस बुला लिया गया है। इस बीच, सरकारी मीडिया के अनुसार भूकम्प में मरने वालों की संख्या 28 हाार 881 हो गई है, जबकि हाारों लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं।ड्ढr पेरिस स्थित इंस्टीट्यूट फॉर रडियोलॉजिकल प्रोटेक्शन एंड न्यूक्िलयर सेफ्टी के विशेषज्ञों के अनुसार भूकम्प प्रभावित मियानयांग क्षेत्र में चीन की परमाणु हथियार अनुसंधान प्रयोगशाला के साथ-साथ कई गुप्त परमाणु ठिकाने भी हैं। इनमें यूरनियम, प्लूटोनियम और ट्राइटियम जसे रडियोएक्िटव पदार्थ रखे हुए हैं। इंस्टीट्यूट के अनुसार अभी यह पता नहीं चला है कि भूकम्प से इन परमाणु ठिकानों को कितना नुकसान पहुँचा है, लेकिन चीन के नेशनल न्यूक्िलयर सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि फिलहाल यहाँ विकिरण नहीं पाया गया है। बावजूद इसके चीन की सरकार ने आपातकालीन व्यवस्था के तहत वैज्ञानिकों को इन ठिकानों से वापस बुलाना शुरू कर दिया है। भूकम्प के बाद बंद किए गए परमाणु ऊरा केन्द्रों को नुकसान पहुँचने की खबर है, लेकिन चीन के परमाणु नियंत्रक की ओर से बताया गया है कि नए केन्द्रों को काफी मजबूत बनाया गया है।ं