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विदेशों में सैर सपाटे पर गए अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई

पंजाब सरकार ने स्कूलों से छुट्टियां लेकर विदेशों की सैर कर रहे उन अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है जो छुट्टी समाप्त होने के बाद भी स्कूल नहीं लौटे हैं। शिक्षा विभाग में पहले ही...

विदेशों में सैर सपाटे पर गए अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई
एजेंसीMon, 14 Jul 2014 10:09 AM
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पंजाब सरकार ने स्कूलों से छुट्टियां लेकर विदेशों की सैर कर रहे उन अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है जो छुट्टी समाप्त होने के बाद भी स्कूल नहीं लौटे हैं।

शिक्षा विभाग में पहले ही अध्यापकों की कमी है तथा सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों का हो रहा है। विभाग की ओर से पहले भी चलाए जा चुके इस अभियान में वर्ष 2012-13 में 500 से अधिक ऐसे अध्यापकों को नौकरी से निकाल दिया गया जो बुलाने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे और न ही जवाब देने के लिए अधिकारियों के समक्ष पेश हुए।
 
शिक्षा विभाग के सचिव काहन सिंह पाहू के तबादले के बाद यह अभियान ठंडा पड़ गया। पिछले दिनों ही स्कूल शिक्षा विभाग के नए शिक्षा महानिदेशक जीके सिंह ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से ऐसे अध्यापकों के नामों की सूची मांगी जो लंबे समय से विदेशों से नहीं लौटे।
 
ज्ञातव्य है कि पंजाब के ज्यादातर लोग कनाडा, अमेरिका अथवा अन्य देशों में बसे हैं तथा उनके संबंधी इसी सहारे विदेश चले जाते हैं और वहां कोई काम धंधा शुरू कर वहीं रह जाते हैं और इच्छानुसार लौटकर नौकरी शुरू कर लेते हैं। वे यह नहीं जानते कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सरकार को भी इसकी कोई परवाह नहीं होती।
 
पूर्व शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने अध्यापकों को 15 दिन की छुट्टी जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से देने के आदेश लागू करने के साथ इससे अधिक छुट्टी की मंजूरी के लिए विभाग के शीर्ष अधिकारियों तथा शिक्षा मंत्री से सहमति लेने का फैसला किया था। तीन महीने से अधिक समय की छुट्टी के लिए मुख्यमंत्री की मंजूरी का प्रावधान भी लागू किया गया था।
 
विभागीय सूत्रों के अनुसार मलूका के इन आदेशों के बाद अध्यापकों के लंबी छुट्टी पर जाने के मामलों में कुछ कमी तो आई थी लेकिन अब स्कूलों में अध्यापकों के लंबी छुट्टी से न लौटने के मामले तेजी से सामने आए हैं और सरकार कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है। 

सिंह ने कहा कि लंबी छुट्टी पूरी होने के बावजूद भी जो अध्यापक स्कूलों में नहीं लौटे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो अध्यापक काम नहीं करना चाहते उन्हें अब घर ही बिठाया जाएगा लेकिन छात्रों की पढ़ाई से कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।

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