फोटो गैलरी

Hindi News एमटीएन मुद्दे पर सरकार भारती के साथ है

एमटीएन मुद्दे पर सरकार भारती के साथ है

ेन्द्रीय संचार राज्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार भारती एयरटेल लिमिटेड के दक्षिण अफ्रीका की नामवर मोबाइल कंपनी एमटीएन के टेकओवर में उसका हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है। हालांकि अभी तक...

 एमटीएन मुद्दे पर सरकार भारती के साथ है
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

ेन्द्रीय संचार राज्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार भारती एयरटेल लिमिटेड के दक्षिण अफ्रीका की नामवर मोबाइल कंपनी एमटीएन के टेकओवर में उसका हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है। हालांकि अभी तक भारती समूह की ओर से किसी भी तरह से मदद के लिए नहीं कहा गया। उन्होंने सोमवार क ो एक भेंट में कहा कि उन्हें यकीन है कि भारती अपने मिशन में कामयाब होगी। उनका कहना था अब भारतीय कंपनियां देश से बाहर किसी कंपनी के अधिग्रहण के लिए स्वतंत्र हैं। पर यदि उन्हें किसी स्तर पर सरकारी मदद की दरकार होगी तो उस पर गौर किया जाएगा। सरकार अपने स्तर पर पहल नहीं कर सकती। उन्होंने इस सवाल का क ोई भी जवाब नहीं दिया जब उन्हें याद दिलाया गया कि भारत सरकार के कुछ मंत्रियों ने लक्ष्मी मित्तल के यूरोप की दिग्गज स्टील कंपनी आर्सेलर के अधिग्रहण के दौरान खुलकर लक्ष्मी मित्तल का साथ दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी कहा कि उनका फोकस डाक बचत योजनाओं क ो आकर्षक करने पर खासतौर पर रहेगा। वे मानते हैं कि डाकघर की लघु बचत योजनाओं क ो और बेहतर बनाने की फ ौरन आवश्यकता है। इसकी ब्याज दरों क ो प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए वे अपने मंत्रालय के उच्च अधिकायिों से बात कर रहे हैं। वे जल्दी ही इस संबंध में वित्त मंत्री पी. चिदम्बरस से भी बात करने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि संचार क्रांति के बाद पहली बार फिर से डाकघरों क े महत्व को समझा जाने लगा है। महत्वपूर्ण है कि शाखाओं के स्तर पर डाकघर के सामने क ोई भी बैंक टिकता नहीं है। ग्रामीण भारत के चप्पे-चप्पे में इसकी शाखाएं हैं। करीब 16 करोड़ खातेदार हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें