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पुरानी सीटों के आधार पर होगा दाखिला

दिल्ली विश्वविद्यालय में तीन वर्षीय प्रोग्राम लागू हो गया है। ऐसे में कॉलेज पुरानी सीटों के आधार पर 2012 के कोर्स में दाखिला देंगे। यानी 2012 में कॉलेजों के विभिन्न कोर्स में जो सीटें थीं वो सीटें...

पुरानी सीटों के आधार पर होगा दाखिला
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 29 Jun 2014 09:29 AM
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दिल्ली विश्वविद्यालय में तीन वर्षीय प्रोग्राम लागू हो गया है। ऐसे में कॉलेज पुरानी सीटों के आधार पर 2012 के कोर्स में दाखिला देंगे। यानी 2012 में कॉलेजों के विभिन्न कोर्स में जो सीटें थीं वो सीटें दोबारा से लागू होंगी। उन्हीं में दाखिला होगा।

इस फैसले से ऑनर्स की सीटें कम होंगी क्योंकि चार साल के प्रोग्राम में कई कोर्स बंद हुए थे उनकी सीटों को ऑनर्स में तब्दील किया गया था। वर्तमान में डीयू के 64 कॉलेजों में 54 हजार सीटें हैं।

डीयू की 12 सदस्यों की दाखिला कमेटी के प्रमुख एसके गर्ग ने बताया कि इस पर चर्चा की गई। चूंकि 2012 की दाखिला नीति अपनाई जाएगी इसलिए हमने फैसला लिया कि पुरानी सीटों को दोबारा से लागू किया जाएगा। इससे मौजूदा समय की सीटों में बदलाव होगा। अधिकारी ने बताया कि इस बाबत डीयू को जल्द रिपोर्ट सौंपी जाएगी। कॉलेजों को निर्देश दिया जाएगा कि वे कटऑफ जारी करते समय पुरानी सीटों का ब्योरा वेबसाइट पर दें ताकि सीटों को लेकर असमंजस न रहे।

वहीं डूटा अध्यक्ष नंदिता नारायण ने कहा कि तीन साल के पुराने पाठ्यक्रम में फिलहाल बदलाव नहीं होगा। दो साल पहले जो कोर्स पढ़ाया जाता था वो ही नए सत्र में छात्रों को पढ़ाया जाएगा।

एक साल बीटेक पढ़ चुके छात्रों को मिल सकती है बीटेक डिग्री: जिन छात्रों ने एफवाईयूपी के तहत बीते साल बीटेक में दाखिला लिया था, उन पर फैसला नहीं लिया गया है। सूत्रों की मानें तो भले ही डीयू ने बीटेक बंद करने का फैसला लिया हो लेकिन एक साल पढ़ चुके छात्रों को चार साल की बीटेक की डिग्री दी जा सकती है। उन्हें तीन साल में पढ़ाई कर बीएससी की डिग्री लेने का भी विकल्प दिया जाएगा। यदि चार साल पढ़ते हैं तो विषय में बीटेक दी जा सकती है।

बीएमएस कोर्स होगा खत्म, बीबीए, बीबीई शुरू होगा
चार साल के डिग्री प्रोग्राम के तहत बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कोर्स की शुरुआत हुई थी। इसे तीन वर्षीय प्रोग्राम के कोर्स बीबीई, बीबीए और बीएफआईए कोर्स को खत्म कर शुरू किया गया था। अब बीएमएस कोर्स को बंद किया जाएगा। इसकी जगह दोबारा से ये तीनों कोर्स शुरू होंगे। बीएमएस की प्रवेश परीक्षा हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, बीएमएस की प्रवेश परीक्षा के आधार पर इन तीनों पुराने कोर्स में सीटें जारी की जाएंगी क्योंकि पहले भी इनमें दाखिला प्रवेश परीक्षा से होता था।

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