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नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत की नजरें झुकने नहीं देंगे

देश के सामने जंगी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य को राष्ट्र को समर्पित करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शनिवार) कहा कि उनकी सरकार देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी और भारत की...

नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत की नजरें झुकने नहीं देंगे
एजेंसीSat, 14 Jun 2014 03:39 PM
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देश के सामने जंगी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य को राष्ट्र को समर्पित करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शनिवार) कहा कि उनकी सरकार देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी और भारत की नजरों को किसी के सामने झुकने नहीं देगी।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार वादे नहीं, बल्कि इरादे लेकर आई है और देश के जवानों की मन की इच्छा पूरी करते हुये जल्द ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का निर्माण किया जायेगा। भारी वर्षा और भीषण हवाओं का डटकर मुकाबला करते हुये मोदी ने विक्रमादित्य के फ्लाइट डैक पर खड़े होकर नौसेना की वायु शक्ति और समुद्र में करीब 14 जंगी पोतों को अपने सामने से गुजरते देखा।

इनमें देश का दूसरा विमान वाहक पोत आईएनएस विराट और हाल ही में नौसेना के बेड़े में शामिल हुये तलवार क्लास के जंगी पोत शामिल थे। इससे पहले प्रधानमंत्री अरब सागर में गोवा तट पर देश के सबसे बड़े युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पहुंचे। प्रधानमंत्री इस युद्धपोत पर सी किंग हेलीकॉप्टर से पहुंचे।

युद्धपोत पर पहुंचने पर नौसेना ने प्रधानमंत्री को पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। उन्हें युद्धपोत के बारे में भी जानकारी दी गई। मोदी मिग 29 विमान पर भी बैठे और गोवा तट पर तैर रहे इस पोत पर युद्धक विमान का अनुभव लिया।

प्रधानमंत्री 44,500 टन के युद्धपोत पर कुछ घंटे ठहरे और उन्होंने अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत एवं विमानों का अभ्यास देखा। यह नए प्रधानमंत्री का किसी रक्षा प्रतिष्ठान का पहला दौरा है। प्रधानमंत्री के साथ रक्षा राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और नौसेना के प्रमुख एडमिरल रॉबिन के धवन तथा नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी थे।

आईएनएस विक्रमादित्य के लिए यह सुखद संयोग है कि नौसेना में शामिल होने के सात महीने के भीतर ही उस पर देश के प्रधानमंत्री का पदार्पण हो रहा हुआ। आईएनएस विक्रमादित्य 45 हजार टन का भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा ही नहीं, बल्कि सबसे नया पोत भी है।

विमानवाहक पोत लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए अनेक अत्याधुनिक प्रणालियों से लैस है। इनमें मिग के लिए लूना लैंडिंग सिस्टम और सी-हैरियर विमानों के लिए डीएपीएस लैंडिंग सिस्टम लगाया गया है।

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