कागज पर नहीं धरातल पर दिखाएं कामः सीएम
कैमूर पहुंचे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को उग्रवाद प्रभावित अधौरा प्रखण्ड कार्यालय परिसर स्थित सामुदायिक भवन में जिले के विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए वरीय अफसरो से कहा कि कागज पर नहीं...
कैमूर पहुंचे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को उग्रवाद प्रभावित अधौरा प्रखण्ड कार्यालय परिसर स्थित सामुदायिक भवन में जिले के विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए वरीय अफसरो से कहा कि कागज पर नहीं धरातल पर दिखाएं काम।
विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान सभी विभागों द्वारा अपने प्रगति प्रतिवेदन में अच्छा प्रतिशत दिखाया गया है, लेकिन धरातल पर काम नहीं दिखाई दे रहा है। सीएम ने कहा कि शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे किसी भी विभाग के अधिकारी की हो। समय सीमा के अन्दर विकास कार्यों को पूरा करें।
बैठक के एक माह में प्रगति देखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अफसर अपने कर्तव्यों के प्रति संवेदनशील रहें, यही मेरी अपेक्षा है। अधौरा वन विभाग के गेस्टहाउस में प्रेस वार्ता में सीएम ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बनाए गए वनाधिकार कानून 2008 का कैमूर में अमल नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण अधौरा के वनवासी वनाधिकार कानून से वंचित हैं।
वनवासियों व आदिवासियों की सुरक्षा के लिए वनाधिकार कानून बनाया गया है। वनाधिकार कानून के तहत जिला, प्रखण्ड, पंचायत व गांवों में वन समितियों का गठन कर उनकी समस्याओं का निराकरण करना है। जिला स्तर पर जिलाधिकारी इसके अध्यक्ष होते हैं।
सीएम ने डीएम को आदेश दिया कि उन्हें 15 दिन का समय दिया जाता है वे वन समितियों का गठन कर उसपर अमल कराएं, ताकि वनवासी अपने अधिकार का लाभ उठा सकें। वनाधिकार कानून के अर्न्तगत जंगल में उत्पादन होने वाले महुआ, पियार व जलावन की लकड़ी प्राप्त करने का अधिकार वनवासियों को दिया गया है।
अधौरा में सड़क ,बिजली, पानी की सुविधा में वन विभाग रूकावट कर रहा है। सीएम ने कहा कि अगर एक माह में वनाधिकार कानून पर अमल नहीं किया गया तो राज्य स्तर से पदाधिकारी भेजकर जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
सीएम ने कोल्हुआं के बाबू लाल राम व धनराज राम की हत्या हो जाने से उनकी पत्नियों को ढाई-ढाई लाख का चेक दिया। उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। अधौरा की बैठक के बाद श्री मांझी भगवानपुर में जदयू नेता आलोक सिंह के पिता के श्राद्ध समारोह में भाग लेने चले गए।