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पाकिस्तानी नेता अल्ताफ हुसैन जमानत पर रिहा

पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन को आज (शनिवार) जमानत पर रिहा कर दिया गया। चार दिन पहले उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ब्रिटेन की पुलिस...

पाकिस्तानी नेता अल्ताफ हुसैन जमानत पर रिहा
एजेंसीSat, 07 Jun 2014 11:29 AM
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पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन को आज (शनिवार) जमानत पर रिहा कर दिया गया। चार दिन पहले उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ब्रिटेन की पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

एमक्यूएम के 60 वर्षीय निर्वासित नेता को 3 जून को उत्तरी लंदन स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ के लिए मध्य लंदन स्थित पुलिस थाने ले जाया गया। हुसैन का नाम लिए बगैर एक पुलिस बयान में कहा गया कि मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह में मंगलवार 3 जून को गिरफ्तार किए गए 60 वर्षीय व्यक्ति को जमानत पर जुलाई तक के लिए रिहा कर दिया गया है, जबकि मामले की जांच जारी है।

बीबीसी की खबर के अनुसार हुसैन से कल शाम सात घंटे पूछताछ की गयी। मंगलवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद हुसैन को स्वास्थ्य संबंधी जांच के लिए अस्पताल भेजा गया था। तीन दिन अस्पताल में गुजारने के बाद कल वह वापस स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस की हिरासत में लौटे। पुलिस ने कहा कि अस्पताल के साथ परामर्श के बाद उन्हें वापस पुलिस हिरासत में लेने को लेकर सहमति बनी। मामले को लेकर जांच जारी है और हुसैन जुलाई में दोबारा पुलिस को रिपोर्ट करेंगे।

इससे पहले एमक्यूएम के राजनीतिक गढ़ और पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में हुसैन के हजारों समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किए। मीडिया में आयी खबरों के अनुसार एमक्यूएम अध्यक्ष के रिहा होने की खबर से कराची में जश्न का माहौल है। हुसैन पाकिस्तान में अपनी जान को खतरा बताते हुए 1990 के दशक के शुरुआती वर्षों से ब्रिटेन में रह रहे हैं और तब से ब्रिटिश नागरिक हैं।

मीडिया की खबरों के अनुसार स्कॉटलैंड यार्ड ने हुसैन के घर पर छापेमारी के दौरान बेनामी राशि पायी थी, जिसके बाद उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला शुरू किया गया। हुसैन के खिलाफ कम से कम 4 लाख पांउड की राशि के मनी लॉन्ड्रिंग, हिंसा भड़काने और एमक्यूएम के नेता डॉ. इमरान फारूक की हत्या के मामले को लेकर जांच चल रही है।

2012 और 2013 में ब्रिटिश पुलिस ने मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह में लंदन स्थित उनके घर पर छापेमारी की थी। एमक्यूएम का गठन 1984 में हुआ था। पार्टी मुख्य रूप से 1947 में पाकिस्तान के निर्माण के समय भारत से आए उर्दू भाषी विस्थापितों के वंशजों का प्रतिनिधित्व करती है।

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