फोटो गैलरी

Hindi Newsगंगा पुनरुद्धार मंत्रालय से बड़ी आस

गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय से बड़ी आस

पहली बार केंद्रीय मंत्रीपरिषद में ‘नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार’ मंत्रालय बनाया गया है। इस मंत्रालय की जिम्मेवारी जल संसाधन मंत्रालय संभालने वाली सुश्री उमा भारती को सौंपी गई है। समझा...

गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय से बड़ी आस
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 28 May 2014 11:40 AM
ऐप पर पढ़ें

पहली बार केंद्रीय मंत्रीपरिषद में ‘नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार’ मंत्रालय बनाया गया है। इस मंत्रालय की जिम्मेवारी जल संसाधन मंत्रालय संभालने वाली सुश्री उमा भारती को सौंपी गई है। समझा जाता है कि केंद्र सरकार गंगा एक्शन प्लान और नेशनल गंगा रिवर बेसिन ऑथिरटी जैसी योजनाओं को एक जगह संयोजित करके गंगा के निर्मलीकरण के लिए नए सिरे से परियोजनाएं शुरू करेगी। (हिटी)

मोदी की निजी रूचि
25 अप्रैल 2014 : नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से चुनाव संसदीय चुनाव लड़ने के दौरान कहा था, मुङो यहां गंगा ने बुलाया है। राष्ट्रीय नदी गंगा की धारा को अविरल बनाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी निजी रुचि है
17 मई 2014 : चुनाव जीतने के बाद नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में एक बार गंगा की सफाई को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई और पांच साल में देश भर में बड़ा स्वच्छता अभियान चलाने का ऐलान किया

गंगा स्वच्छता
14 जून 1986 को राजीव गांधी के शासन में गंगा एक्शन प्लान शुरू
462.04 करोड़ खर्च हुए गंगा एक्शन प्लान-1 पर
1200 करोड़ रुपये अभी तक खर्च किए जा चुके हैं गंगा एक्शन पर
1993 में फेज 2 आरंभ हुआ इसमें गंगा, यमुना, गोमती, दामोदर, महानंदा जैसी नदियां शामिल
7000 करोड़ का प्रोजेक्ट नेशनल गंगा रिवर बेसिन ऑथिरटी शुरू  हुआ 2011 में

नदी की दुर्दशा
04 नवंबर 2008 गंगा को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय नदी घोषित किया। गंगा घाटी प्राधिकरण का ऐलान पर खास काम नहीं हुआ
20 जनवरी 2010 : गंगा के डॉल्फिन को राष्ट्रीय जीव घोषित किया गया
11 जून 2011 : 68 दिनों तक अनशन करने वाले साधु की मौत हुई

गंगा प्रदूषण
2525 किमी लंबी गंगा नदी भारत की जीवन रेखा है। कई बड़े शहर गंगा के किनारे बसे हैं
40 फीसदी देश की आबादी गंगा से प्रभावित होती है किसी न किसी रूप में
1.3 बिलियन लीटर अपशिष्ट गंगा में गिरता है प्रतिदिन
100 मिली लीटर गंगा जल 50 हजार हानिकारक जीवाणु मिलें थे वाराणसी में 2011 में

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें