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पढ़िए, सेंट्रल हॉल में क्या बोले मोदी

भाजपा के संसदीय दल का नेता चुने जाने पर नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विश्वास दिलाया कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें जो दायित्व सौंप गया है उसे वह पूरे परिश्रम से निभाएंगे और अपनी बजाय देश के लिए...

पढ़िए, सेंट्रल हॉल में क्या बोले मोदी
एजेंसीTue, 20 May 2014 04:59 PM
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भाजपा के संसदीय दल का नेता चुने जाने पर नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विश्वास दिलाया कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें जो दायित्व सौंप गया है उसे वह पूरे परिश्रम से निभाएंगे और अपनी बजाय देश के लिए जिएंगे।

संसद के केन्द्रीय कक्ष में हुई भाजपा सदंसदीय दल की हुई बैठक में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा संसदीय दल का नेता प्रस्तावित किए जाने और मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और एम वेंकैया नायडु द्वारा अनुमोदित किए जाने पर मोदी ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों, गांववासियों, दलितों, शोषितों और वंचितों के लिए समर्पित है और उनके उत्थान के लिए वह काम करेगी।

उन्होंने कहा कि वह इस बात को नहीं मानते कि पिछली सरकारों ने अच्छे काम नहीं किए, बल्कि उनका मानना है कि हर सरकार ने कुछ न कुछ अच्छे काम किए हैं और ऐसे अच्छे कामों को वह आगे बढ़ाएंगे।

मोदी ने कहा कि पिछले कुछ समय से निराशा का वातावरण बना है, लेकिन वह कभी निराशावादी नहीं रहे और वह देश को निरशा के इस वातावरण से उबारेंगे। मोदी ने कहा कि चुनाव नतीजों का अलग तरीके से मूल्यांकन हो रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर जनता ने त्रिशंकु का विभाजित जनादेश दिया होता तो कह सकते थे कि ऐसा उसने गुस्से के कारण या शासन विरोधी जनादेश दिया है। लेकिन भाजपा को पूर्ण बहुमत का मतलब है कि लोगों ने आशा और विश्वास के पक्ष में मतदान किया है। यह आशा का चुनाव था।

चुनाव प्रचार के दौरान सबका साथ, सबका विकास के अपने नारे के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम सबका विकास चाहते हैं। लेकिन इसके लिए सबका साथ भी उतना ही अनिवार्य है। इस मंत्र को लेकर हम चल रहे हैं।

मोदी ने कहा कि आम जनता के मन में एक नयी उम्मीद जगी है। इस चुनाव परिणाम का यह सबसे बड़ा महत्व है। आखिर में यह सरकार किसके लिए है, यह गरीब के लिए है। उन्होंने कहा कि नयी सरकार गरीबों, युवाओं और माताओं एवं बहनों की सुरक्षा तथा शोषित एवं वंचितों के लिए अपने आप को समर्पित करेगी।

मोदी ने कहा कि भाजपा को पूर्ण बहुमत प्रदान कर जनता ने उम्मीद और विश्वास के लिए वोट किया है। जनता ने आशा और विश्वास के लिए वोट किया है। और हम उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सब कुछ करेंगे।

मोदी ने कहा कि 2019 में रिपोर्ट कार्ड के साथ एक बार फिर सांसदों से मिलेंगे। मेरी सरकार सिर्फ मेरे खुद के लिए नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए है। सरकार गरीबों के लिए है और हम उनके लिए कुछ करना चाहते हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री एवं भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए मोदी ने कहा कि अटल जी अस्वस्थ होने के कारण बैठक में नहीं आ सके हैं और अगर वो उपस्थित रहते तो सोने में सुहागा होता। उनका आर्शीवाद सदा बना रहा है और बना रहेगा।

भाजपा नेताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी का एक युग शुरू हुआ है क्योंकि जनता की उनसे अत्यधिक अपेक्षायें हैं। अपने भाषण के दौरान 63 वर्षीय मोदी उस वक्त भावुक हो उठे और अपने आंसू नहीं रोक पाए जब उन्होंने अपने संबोधन में आडवाणी द्वारा कहे गये एक शब्द का उल्लेख किया कि नरेन्द्र भाई ने जिम्मेदारी संभाल कर कृपा की है।

संसद के ऐतिहासिक केन्द्रीय कक्ष में पार्टी के नव निर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी ने रूंधे गले से कहा, क्या मां की सेवा कभी कृपा हो सकती है, कतई नहीं हो सकती। जैसे भारत मेरी मां है, वैसे ही भाजपा भी मेरी मां है। और इसीलिए बेटा कभी मां पर कृपा नहीं कर सकता है। बेटा सिर्फ समर्पित भाव से मां की सेवा करता है।

मोदी ने कहा, कृपा तो पार्टी ने की जिसने मां की सेवा का मुझे अवसर दिया। अपनी सामान्य पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र और उसके संस्थापकों की खासियत है कि वह नये प्रधानमंत्री बनने की राह में आज यहां खड़े हैं।

मोदी ने सभी सांसदों से पद के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए पूरी शुद्धता से काम करने का आह्वान किया। हम यहां लोकतंत्र के मंदिर में हैं। हम पूरी शुद्धता के साथ काम करेंगे, पद के लिए नहीं, बल्कि देश की जनता के लिए। कार्य और जिम्मेदारी सबसे बड़ी चीज है।

अपने अत्यधिक व्यस्त प्रचार अभियान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल 13 सितम्बर को उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना कर भाजपा ने जो जिम्मेदारी सौंपी उसे पूरा करने के लिए उनके शरीर का एक एक कण और उनके समय का एक एक क्षण समर्पित था।

मोदी ने कहा कि दस मई को चुनाव के लिए प्रचार समाप्त हो जाने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को रिपोर्ट किया और इसी तरह वह 2019 में अपनी सरकार के कार्यों के बारे में सांसदों, पार्टी और देश को रिपोर्ट करेंगे।

उन्होंने कहा, मैं जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि निराशा के लिए कोई जरूरत नहीं है और उन्हें अतीत के बुरे अनुभवों से नहीं गुजरना होगा। देश के पास अपार क्षमता है। अगर सभी देशवासी एक कदम चलेंगे तो यह राष्ट्र 125 करोड़ कदम आगे बढ़ सकता है।

यह पहला मौका था जब मोदी ने संसद के केन्द्रीय कक्ष में प्रवेश किया और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय और राज्य विधानसभा पहली बार तब देखा जब वह 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने।

 

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