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बुद्ध पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई हरिद्वार में डुबकी

बुद्ध पूर्णिमा के दिन बुधवार को धर्मनगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। सुबह से शाम तक स्नान...

बुद्ध पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई हरिद्वार में डुबकी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 14 May 2014 08:39 PM
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बुद्ध पूर्णिमा के दिन बुधवार को धर्मनगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। सुबह से शाम तक स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि बीते दो दिन खराब मौसम के चलते श्रद्धालुओं की भीड़ उम्मीद से कम थी।

बुद्ध पूर्णिमा का स्नान इस बार विशेष संयोग लेकर आया। पूर्णिमा के साथ संक्रांति का योग बन रहा था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि बुधवार को धर्मनगरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। स्नान का सिलसिला भी बुधवार तड़के से शुरू हो गया था। हरकी पैड़ी सहित आसपास के घाटों पर श्रद्धालुओं की अच्छी खासी संख्या थी। हरकी पैड़ी के आसपास के बाजार और अपर रोड पर भी दिनभर श्रद्धालुओं की चहल पहल बनी रही। व्यवसायियों का भी अन्य दिनों से अच्छा रहा। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यों के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे।

बच्चे ने की अठखेलियां, बड़े भक्ति में डूबे नजर आए
बुद्ध पूर्णिमा के स्नान के लिए परिजनों के संग बड़ी संख्या में बच्चे भी हरिद्वार पहुंचे थे। गर्मी के मौसम में गंगाजी में बच्चों ने अठखेलियां कीं। वहीं बड़े बुजुर्ग पूरी तरह आस्था के रंग में रंगे नजर आए। स्नान करने के बाद कई लोग गंगा किनारे ध्यान लगाते नजर आए। कई लोगों ने हरकी पैड़ी पर ही पूजा अर्चना भी कराई।

श्रद्धालुओं को बांटा शर्बत
गर्मी के मौसम में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को राहत पहुंचाने के लिए विभिन्न संगठनों की ओर से शीतल पेय बांटा जा रहा था। हरकी पैड़ी के आस पास भी लोगों ने शीतल पेय की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की हुई थी।

हाईवे और रेलवे स्टेशन पर भीड़ कम
एक तरफ कई दिनों बाद धर्मनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। हालांकि श्रद्धालुओं की संख्या उम्मीद के मुताबिक नहीं थी। अन्य वर्षों की अपेक्षा रेलवे स्टेशन परिसर भी खाली सा नजर आ रहा था। हाईवे पर भी कहीं जाम जैसी कोई समस्या नहीं थी। बाहर से आने वाले वाहन सरपट दौड़ रहे थे। जबकि अन्य वर्षों में बड़े स्नान पर्वों पर हाईवे पर लंबा जाम लगा रहता था।

नहीं दिखा कोई प्रतिबंध
बुद्ध पूर्णिमा के दिन हरकी पैड़ी पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नजर नहीं आया। करीब दो माह पहले ही हरकी पैड़ी पर बैन की गई पॉलीथिन की चादरों की जमकर बिक्री हो रही थी। अलग अलग घाटों पर पॉलीथिन की चादरों के ढेर लगे हुए थे। कुछ पॉलीथिन तो गंगा में बहती दिख रही थीं।

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