अमेठीः प्रियंका ने राहुल की राजीव गांधी से की तुलना
कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को अपने भाई पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह देश में कम्प्यूटर की...
कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को अपने भाई पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह देश में कम्प्यूटर की शुरुआत करने पर उनके पिता की आलोचना की जाती थी, उसी तरह नई सोच से भरी योजनाएं शुरू करने वाले राहुल की बुराई की जा रही है।
प्रियंका ने राहुल की उम्मीदवारी वाले क्षेत्र अमेठी स्थित लाला की बाग में आयोजित जनसभा में कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिये जो किया वह उनके गुजर जाने के बाद भी लोगों को फायदा पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि जब राजीव जी दूरसंचार क्रांति, कम्प्यूटर की बात करते थे तो तंग नजरिये वालों ने उनका खूब मजाक उड़ाया था।
उन्होंने कहा कि भारत में जब कम्प्यूटर लाए गए तो खूब आलोचना की गई, लेकिन आज जो क्रांति है वह उनकी ही नीतियों की वजह से हुई। इसी तरह से राहुल की दूरदर्शी सोच है और उनकी भी आलोचना की जाती है।
प्रियंका ने कहा कि जैसे राजीव जी ने हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड, इंडो गल्फ फर्टिलाइजर्स, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड्डयन अकादमी बनायी, उसी तरह राहुल ने अमेठी में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी को कारपोरेट टर्मिनल के रूप में विकसित किया। राजीव गांधी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट, राजीव गांधी सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करवाए।
उन्होंने राजमार्ग तथा रेलवे के क्षेत्र में काम किया। आने वाले 5-10 सालों में क्षेत्र का तेजी से आर्थिक विकास होगा। प्रियंका ने कहा कि लोग कहते हैं कि अमेठी में राहुल ने कुछ नहीं किया, लेकिन मैं इसे गलत साबित करने के लिये लम्बी सूची लाई हूं।
उन्होंने कहा कि राहुल द्वारा प्रोत्साहित की गयी राजीव गांधी महिला विकास परियोजना दूरदर्शी नजरिये की मिसाल है। वर्ष 2002 में शुरू करायी गयी यह परियोजना अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, क्षांसी, महोबा समेत उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में चल रही है। इसमें अमेठी की एक लाख 98 हजार महिलाओं समेत सूबे में 12 लाख महिलाएं अब तक जुड़ चुकी हैं।
इसके पूर्व, जनसभा के दौरान प्रियंका ने मीडिया के कैमरों के पीछे बैठी जनता के नजर नहीं आने पर गुस्से का इजहार किया और फिर वह वायरलेस माइक लेकर बैरीकेडिंग को लांघते हुए भीड़ में चली गयीं और भीड़ के बीचोबीच जाकर एक कुर्सी पर खड़ी हो गयीं। जब मीडियाकर्मी उधर बढ़े तो प्रियंका ने कहा कि मैं आपसे नहीं, बल्कि जनता से मिलने आयी हूं।
प्रियंका ने लखनऊ में बाबा रामदेव के राहुल के खिलाफ दिए आपत्तिजनक बयान पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने सभा के दौरान अमेठी से भाजपा की प्रत्याशी स्मति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कुछ लोग आपके बीच आते हैं, वोट मांगते हुए कहते हैं कि राहुल ने अमेठी में विकास नहीं किया। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि वर्ष 2009 के बाद क्या वह (स्मृति ईरानी) चांदनी चौक गयीं।
मालूम हो कि स्मृति वर्ष 2009 में चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ी थीं और उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। प्रियंका ने कहा अमेठी से मेरा दिल का रिश्ता है। यह मेरे पिता की कर्मभूमि है। आप चाहे जो फैसला लें, मैं यहां से जाने वाली नहीं हूं। मुझे यहां से कोई हटा नहीं सकता।