ओबरा में बंद के दौरान हिंसा, पथराव
ओबरा थाना प्रभारी के तबादले के खिलाफ सोमवार को आहूत ओबरा बंद के दौरान अचानक उस वक्त प्रदर्शनकारी भड़क उठे जब देवी मोड़ के समीप पुलिस ने राजामार्गोाम किए बैठे लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें पीछे...
ओबरा थाना प्रभारी के तबादले के खिलाफ सोमवार को आहूत ओबरा बंद के दौरान अचानक उस वक्त प्रदर्शनकारी भड़क उठे जब देवी मोड़ के समीप पुलिस ने राजामार्गोाम किए बैठे लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें पीछे हटाने की कोशिश की। इसके बाद सड़कों पर जम कर तांडव मचा तथा प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्त पथराव कर पुलिस बल को पीछे खदेड़ दिया। लगभग एक घंटे तक चले इस पथराव की वजह से ओबरा थाना की दो जीप, नवीनगर इंस्पेक्टर की जीप तथा ओबरा बीडीओ की जीप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जाम में फंसे वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।ड्ढr ड्ढr सुबह से ही ओबरा के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था पर पथराव के समय सारा पुलिस बल सिर पर पांव रख कर भाग खड़ा हुआ। इस पथराव में कुछ पत्रकारों सहित आधा दर्जन लोगों को चोटें आई हैं जिनमें कई पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। विदित हो कि ओबरा के प्रमुख व्यवसाई विनय प्रसाद तथा उनके भाई जदयू नेता शंभु प्रसाद के विरुद्ध अपहरण के आरोप में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में थाना प्रभारी सोम प्रकाश सिंह ने तीन दिन पूर्व उक्त व्यवसाई को गिरफ्तार कर लिया था। इसी दिन शाम में थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया था। राजद तथा कुछ अन्य लोगों ने इसका विरोध किया था तथा स्थानीय राजद विधायक सत्यनारायण सिंह के नेतृतव में सुबह नौ बजे से ही हाारों लोगों ने राजमार्ग ो जाम कर दिया था तथा ओबरा बाजार बंद करा दिया। इस प्रदर्शन में रफीगंज विधायक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।