नौकरी के लिए आवेदन
सबसे बड़ी गलती हम तब करते हैं, जब किसी अच्छे आवेदन को हम हूबहू कॉपी कर देते हैं, जबकि हमारा पत्र और बायोडाटा तीन चीजों के आधार पर बनना चाहिए- पहला हमारी शख्सियत, दूसरा जिस नौकरी या पद के लिए आवेदन कर...
सबसे बड़ी गलती हम तब करते हैं, जब किसी अच्छे आवेदन को हम हूबहू कॉपी कर देते हैं, जबकि हमारा पत्र और बायोडाटा तीन चीजों के आधार पर बनना चाहिए- पहला हमारी शख्सियत, दूसरा जिस नौकरी या पद के लिए आवेदन कर रहे हैं, उसके लिए आवश्यक काबिलियत और तीसरा जिस कंपनी के लिए आवेदन कर रहे हैं। यहां देखें कि कंपनी अपने लोगों को क्या सिखाती है। हम अकसर रेडीमेड सॉल्यूशन ढूंढ़ते हैं, पर वक्त टेलर मेड सॉल्यूशन की डिमांड करता है। हम अक्सर किसी वेबसाइट पर देख कर या किसी ऐसे दोस्त, जिससे हम प्रभावित हैं, उसका बायोडाटा उठा कर अपना सीवी बना देते हैं और उसे हर जगह उपयोग में लाते हैं।
अगली बड़ी गलती होती है, हमारे आवेदन का लेआउट। किसी पत्र का लेआउट ब्रितानी हो सकता है, जिसमें हम हर पैराग्राफ एक निश्चित दूरी पर शुरू करते हैं या अमेरिकन हो सकता है, जिसमें कोई इंडेंट नहीं होता और हर पैराग्राफ एकदम मार्जिन से शुरू होता है। पर यहां सबसे महत्वपूर्ण बात होती है कि क्या हमारा पत्र पढ़ने वाले का ध्यान उन बिन्दुओं की ओर खींचता है, जिसके जरिये हम अपनी उम्मीदवारी साबित कर सकते हैं?
जहां तक हमारे आवेदन की लम्बाई की बात है, हम अक्सर सूचना की अधिकता को सूचना की गुणवत्ता मानने की गलती कर बैठते हैं। इस व्यस्त समय में एक नौकरी के लिए सैकड़ों आवेदन आना सामान्य सी बात है। चाहे हमारा अनुभव दो साल का हो या दो दशक का, किसी भी हालत में आवेदन तीन पेज से ज्यादा बड़ा न हो, और यदि एक पेज हो तो अति उत्तम। उम्मीद है यदि हम इन बिन्दुओं पर ध्यान देना शुरू करेंगे तो नौकरी पाने की स्किल्स या अवसरों को बढ़ा पाएंगे।
(असिस्टेंट प्रोफेसर, टीआईएमएसआर,मुंबई)