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अरब सागर के दिल पर विराजेंगे शिवाजी

महाराष्ट्र सरकार ने अरब सागर के दिल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की कांस्य प्रतिमा स्थापित करने की योजना को हरी झंडी दे दी। यह प्रतिमा न्यूयार्क स्थित स्टैच्यू आफ लिबर्टी से कम से कम 3 फीट ज्यादा ऊंची...

 अरब सागर के दिल पर विराजेंगे शिवाजी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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महाराष्ट्र सरकार ने अरब सागर के दिल पर छत्रपति शिवाजी महाराज की कांस्य प्रतिमा स्थापित करने की योजना को हरी झंडी दे दी। यह प्रतिमा न्यूयार्क स्थित स्टैच्यू आफ लिबर्टी से कम से कम 3 फीट ज्यादा ऊंची होगी। स्टैच्यू आफ लिबर्टी की ऊंचाई 306 फीट है तो घोड़े पर सवार शिवाजी की ऊंचाई 30ीट होगी यानी मुंबई की कम से कम 30 माले की इमारत जितनी ऊंची। दो साल के अंदर लगभग 200 करोड़ रुपए खर्च करके यह प्रतिमा लगाई जाएगी और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षक पर्यटन केंद्र बनाया जाएगा।ड्ढr ड्ढr आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस और राकांपा की डेमोक्रेटिक फ्रंट सरकार ने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए सबसे पहला कदम मराठा योद्धा शिवाजी की प्रतिमा स्थापित करने का उठाया है। मरीन ड्राइव और मलाबार हिल से एक किलोमीटर दूर अरब सागर में शिवाजी स्मारक का निर्माण किया जाएगा।ड्ढr इस स्मारक में शिवाजी की प्रतिमा के अलावा ओपन थिएटर में शिवाजी के जीवन पर आधे घंटे की फिल्म दिखाई जाएगी। यहां साउंड और म्यूजिक पर आधारित कार्यक्रम होंगे। महाराष्ट्र की संस्कृति की झांकी दिखाने के लिए म्यूजियम के अलावा कैफेटरिया और गार्डेन सहित अन्य आकर्षक सुविधाएं होगी। नरीमन पाइंट के पास मरीन ड्राइव के क्वीन नेकलस में यह स्मारक एक हीर की तरह होगा। बिड़ला क्रीड़ा केंद्र और गिरगांव चौपाटी के साथ पर्यटकों के लिए यह सबसे बेहद आकर्षक केंद्र होगा। आगामी चुनाव से पूर्व शिवाजी के नाम पर राजनीति गरमाई हुई है। मनसे और शिवसेना शिव बड़ा पाव को शिवाजी के साथ जोड़ दिया है। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख और उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री आरआर पाटील ने सोमवार को अरब सागर में शिवाजी स्मारक की जगह का निरीक्षण करके हरी झंडी दिखा दी और विपक्ष को मात भी देने की कोशिश की है। हालांकि मुख्यमंत्री देशमुख के मुताबिक तकनीकी बाधा के कारण इस स्मारक के काम में देरी हो रही थी। लेकिन अब दो साल में शिवाजी का स्मारक तैयार हो जाएगा।

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