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सियासत जान जाऊंगा तो खत्म हो जाऊंगा: रवि किशन

भोजपुरी फिल्मों के महानायक कहे जाने वाले और कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे अभिनेता रवि किशन का कहना है कि वह राजनीति नहीं, बल्कि काम करने के लिये चुनाव मैदान में...

सियासत जान जाऊंगा तो खत्म हो जाऊंगा: रवि किशन
एजेंसीTue, 15 Apr 2014 02:12 PM
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भोजपुरी फिल्मों के महानायक कहे जाने वाले और कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे अभिनेता रवि किशन का कहना है कि वह राजनीति नहीं, बल्कि काम करने के लिये चुनाव मैदान में कूदे हैं।

रवि ने कहा कि वह सियासत को नहीं जानना चाहते, क्योंकि अगर वह इसे जान गये तो खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका राजनीति में आने का इरादा कभी नहीं था। उन्हें सियासत में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन वह अपने गांव, अपने घर के लिये जौनपुर से चुनाव मैदान में उतरे हैं।

उन्होंने कहा कि फिल्म जगत से सियासत की दुनिया में कदम रखने की दो खास वजह हैं। जौनपुर में मेरा गांव है। वहां मेरे माता-पिता रहते हैं। वहां बहुत समस्या है। वहां सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी चीजों की कमी है। वहां शौचालय तक नहीं हैं। दूसरा, पिछले 25 साल से वहां जनता से बहुत झूठ बोला गया। वहां धोखा ही धोखा है।

रवि ने कहा कि जौनपुर की लड़ाई लड़ने के लिये मुझे अपना करियर, जो शबाब पर चल रहा था, उसको छोड़कर आना पड़ा। मेरी नौ फिल्में रिलीज की दहलीज पर हैं। राजनीति में आने के मकसद के बारे में भोजपुरी स्टार ने कहा कि मुझे जौनपुर के लोगों की मानसिकता बदलनी है। मैं सियासत जानना नहीं चाहता..मुक्षे जानना भी नहीं.. अगर सियासत जान जाएंगे तो खत्म हो जाएंगे। मैंने सिर पर जौनपुर का प्रोजेक्ट ले लिया है। अब यह मेरा जुनून है।

जौनपुर के केराकत स्थित बराई बिसुईं गांव के मूल निवासी रवि किशन ने चुनावी मैदान में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें बहुत कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वह आंधी के बीच खड़े हैं। जौनपुर में बहुत तगड़े प्रतिद्वंद्वी हैं, कोई बाहुबली, कोई कैबिनेट मंत्री है। मैं सत्य बोलने वाला औघड़ सा कीड़ा हूं।

रवि किशन ने कहा कि जौनपुर में पिछले 25 साल से कांग्रेस का कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं जीता है। लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस ने जौनपुर में पिछले ढाई दशक से कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं दिया, लेकिन वह लोगों को समझा रहे हैं कि तरक्की उनका भी नसीब बन सकती है। उन्होंने जौनपुर में अब तक करीब 70 सभाएं कर डाली हैं।

गौरतलब है कि 43 वर्षीय रवि किशन के सामने जौनपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के लिये 25 साल पुराना सूखा समाप्त करने की चुनौती है। वर्ष 1984 में आखिरी बार कांग्रेस के कमला प्रसाद सिंह जौनपुर से संसद पहुंचे थे। अभिनेता ने कहा कि मैं बहुत दबाव में हूं। मेरी नौ फिल्में फ्लोर पर हैं। मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान हूं। लोग कांग्रेस का पंजा भूल गये। बच्चों को पंजे का मतलब भी बताना है कि इसी पंजे से देश आजाद हुआ था। उस वक्त हम ब्लेड भी बनाने के काबिल नहीं थे। यह लोगों को समझाना है।

कांग्रेस के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की चुनौती के बारे में पूछे गये सवाल पर रवि किशन ने कहा जौनपुर का कांग्रेस से पिछले 25 साल से पाला ही नहीं पड़ा। यहां के लोग क्षेत्रीय पार्टियों से बहुत त्रस्त हैं। जौनपुर 25 साल पिछड़ा है। यहां के लोगों को कुछ नहीं पता कि दिल्ली में क्या चल रहा है। जौनपुर के लोगों को जात-पात में उलझा कर रखा गया है।

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