नए बिहार की कहानी कहती साक्षी की तस्वीरं
‘वी ऑर द लाइट,वी ऑर द होप।’ पटना-बख्तियारपुर रोड पर स्थित एक स्कूल में पढ़ती हुई बच्चियों की यह तस्वीर बदलते बिहार की है। मेलबोर्न में अध्ययनरत युवा छायाकार बिहार की बेटी साक्षी शैल ने सूबे को अपनी...
‘वी ऑर द लाइट,वी ऑर द होप।’ पटना-बख्तियारपुर रोड पर स्थित एक स्कूल में पढ़ती हुई बच्चियों की यह तस्वीर बदलते बिहार की है। मेलबोर्न में अध्ययनरत युवा छायाकार बिहार की बेटी साक्षी शैल ने सूबे को अपनी नजरिए से देखने की कोशिश की है। एक सकारात्मक सोच के साथ। उसकी फोटोग्राफी में बदलते बिहार की तस्वीरं बोलती नजर आती है। मानों तस्वीरं कह रही हों कि मैं हूं बिहार।ड्ढr ड्ढr उसकी तस्वीरों में बिहार के गौरवशाली अतीत को ही मुख्य तौरपर फोकस किया गया है। वैशाली का शांति स्तूप, पावापुरी का जलमंदिर, गया का विष्णुपद मंदिर, बोधगया का बुद्ध पूर्णिमा का नजारा, राजनगर का पुरातत्व महत्व का महाराजा पैलेस, विश्वप्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग,मिथिला विश्वविद्यालय का भवन, जगदीशपुर का किला को उसने अपनी कैमर में कैद किया है पर नए नजरिए से।ड्ढr ड्ढr आर्ट कालेज की गैलरी में शनिवार से आरा निवासी साक्षी शैल की छायाचित्रों की चार दिवसीय प्रदर्शनी शुरू हुई है। इस मौके पर न्यायमूर्ति समरन्द्न प्रताप सिंह, जस्टिस एन हुसैन, सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजेन्द्र प्रसाद सिंह, एडीजे अभयानन्द, पटना विश्वविद्याल के पूर्व कुलपति डा.एसएनपी सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने साक्षी के छायाचित्रों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें बहुत उत्साह है।