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इन कारणों से नाकाम होती है डाइटिंग

फल-सब्जी युक्त पौष्टिक आहार लेने और नियमित रूप से व्यायाम करने के बावजूद ज्यादातर लोग वजन घटाने की कोशिश में कामयाब नहीं हो पाते। ब्रिटिश मनोवैज्ञानिकों ने  5,000 लोगों के खानपान के विश्लेषण के...

इन कारणों से नाकाम होती है डाइटिंग
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 29 Mar 2014 11:36 AM
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फल-सब्जी युक्त पौष्टिक आहार लेने और नियमित रूप से व्यायाम करने के बावजूद ज्यादातर लोग वजन घटाने की कोशिश में कामयाब नहीं हो पाते। ब्रिटिश मनोवैज्ञानिकों ने  5,000 लोगों के खानपान के विश्लेषण के आधार पर इस नाकामी की वजह खोजने का दावा किया है।

तरह-तरह के डाइटर
1. पिकर
संतुलित आहार तो लेते हैं, पर ब्रेकफास्ट और लंच के बीच स्नैक्स, शाम की चाय के साथ चटपटे पकवान और डिनर के बाद मीठा खाने से खुद को नहीं रोक पाते।

2. बिंगर
हफ्ते के शुरुआती पांच दिन तो फैट रहित दूध-दही, जूस, फल, सलाद और उबली सब्जियों पर रहते हैं, लेकिन सप्ताहांत डाइटिंग के नियम तोड़ते हुए फास्टफूड व आइस्क्रीन पर टूट पड़ते हैं।

3. रिवॉर्डर
मीठा, फास्टफूड या अन्य उच्च कैलोरी युक्त आहार लेने का बहाना ढूंढ़ते फिरते हैं, फिर चाहे वो किसी दोस्त, परिजन व रिश्तेदार की सालगिरह हो या फिर ऑफिस में बॉस से मिली वाहवाही।

4. रशर
वजन कम करने की कोशिश में नाश्ता तो छोड़ देते हैं, पर लंच में खुद को ज्यादा खाने से नहीं रोक पाते। रात में काम की थकान और घरेलू जिम्मेदारियों के दबाव में फास्टफूड खाकर सो जाते हैं।

5. सोशलाइजर
दोस्तों के साथ घूमने-फिरने व पार्टी करने के शौकीन। गपशप के दौरान चलता है चिप्स, केक, कोल्ड-ड्रिंक व कूकीज का दौर, डिनर में होटल-रेस्तरां के उच्च वसायुक्त खाने से लेकर शराब तक होती है शामिल।

विशेषज्ञों की सलाह
सुबह के नाश्ते में दलिया, कॉर्नफ्लेक्स, फ्रूड सलाद और उबले अंडे खाएं, लंबे समय तक नहीं होगा भूख का अहसास
नाश्ते और लंच के बीच भूख महसूस हो तो बिस्किट-नमकीन पर टूटने के बजाय मुट्ठी भर काजू, बादाम और अखरोट खाएं
कोल्ड-ड्रिंक की जगह फलों का जूस और नारियल पानी पीएं, मीठे में चॉकलेट या आइस्क्रीम के बजाय गुड़ खाएं

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