भारत की जीत के साथ सेमीफाइनल की दावेदारी मजबूत
स्पिनरों ने फिर से अपनी बलखाती गेंदों की जादूगरी दिखाई तो विराट कोहली और रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी में शानदार फार्म जारी रखी जिससे भारत ने मौजूदा चैंपियन वेस्टइंडीज को रविवार को सात विकेट से हराकर...
स्पिनरों ने फिर से अपनी बलखाती गेंदों की जादूगरी दिखाई तो विराट कोहली और रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी में शानदार फार्म जारी रखी जिससे भारत ने मौजूदा चैंपियन वेस्टइंडीज को रविवार को सात विकेट से हराकर आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप के सेमीफाइनल की तरफ मजबूत कदम बढ़ाये।
भारत की स्पिन तिकड़ी ने फिर से कमाल दिखाया तथा पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले वेस्टइंडीज को सात विकेट पर 129 रन ही बनाने दिये। इसके उलट रोहित (55 गेंद पर नाबाद 62 रन ) और कोहली (41 गेंद पर 54 रन ) ने कैरेबियाई स्पिनरों के सामने सहजता से रन बटोरे और दूसरे विकेट के लिये 106 रन की साझेदारी की। भारत ने 19.4 ओवर में तीन विकेट पर 130 रन बनाकर जीत दर्ज की। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने फिर से प्रभावशाली गेंदबाजी की और चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिये।
रविचंद्रन अश्विन (24 रन देकर एक विकेट) ने भी लेग स्टंप की लाइन पर गेंदबाजी करके बल्लेबाजों पर अंकुश लगाये रखा। रविंद्र जडेजा पर लेंडल सिमन्स (27) ने कुछ बड़े शाट लगाए, लेकिन उन्होंने 48 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट लिये। क्रिस गेल ने वेस्टइंडीज की तरफ से सर्वाधिक 34 रन बनाये लेकिन वह किसी भी समय अपने रंग में नहीं दिखे। वेस्टइंडीज के अन्य बल्लेबाज भी मजबूत स्पिन आक्रमण के सामने जूझते नजर आये।
भारत की यह लगातार दूसरी जीत है जिससे उसकी सेमीफाइनल में पहुंचने का दावा अधिक मजबूत हो गया है। अपने पहले मैच में पाकिस्तान को हराने वाले भारत को अब 28 मार्च को बांग्लादेश और फिर 30 मार्च को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना है। भारत अभी चार अंक लेकर ग्रुप दो में शीर्ष पर है। भारत को फिर से अपेक्षित शुरूआत नहीं मिली लेकिन कोहली पूरी तरह से रंग में दिखे। शिखर धवन (00) को पारी की पांचवीं गेंद पर ही सैमुअल बद्री ने पगबाधा आउट कर दिया और कोहली को फिर से जल्दी क्रीज पर कदम रखने पड़े।
उन्होंने इस लेग स्पिनर के अगले ओवर की पहली दो गेंदों पर काउ कार्नर में पहले चौका और फिर छक्का जमाया और फिर मध्यम गति के गेंदबाज कषमार सैंटोकी पर लगातार दो चौके लगाये। अब रोहित की बारी थी जिन्होंने बद्री की दो गेंद एक्स्ट्रा कवर और प्वाइंट पर चार रन के लिये भेजी और फिर सुनील नारायण का स्वागत लांग आफ छक्के से किया। इन दोनों ने इसके बाद भी सहजता से रन बटोरे। उनके बीच पहले पचासा करने की स्वस्थ होड़ भी देखने को मिली। कोहली पहले इस मुकाम पर पहुंचे लेकिन रोहित ने भी अगले ओवर में अपने करियर का छठा अर्धशतक पूरा कर दिया।
कोहली पांचवां अर्धशतक अपने नाम पर दर्ज करने के बाद बड़ा शाट खेलना चाहते थे लेकिन आंद्रे रसेल की गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटों में समा गयी। कोहली ने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्के लगाये। उन्होंने अपनी पारी के दौरान बांग्लादेशी सरजमीं पर 1000 अंतरराष्ट्रीय रन भी पूरे किये। युवराज को बल्लेबाजी अभ्यास के लिये क्रीज पर भेजा गया, लेकिन वह 19 गेंद पर दस रन ही बना पाये। इससे भारत का जीत का इंतजार बढ़ा। जब भारत को एक रन चाहिए था तब युवराज ने अपना विकेट गंवाया। आखिर में सुरेश रैना विजयी रन बनाने के लिये आये। रोहित ने अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाये।
इससे पहले वेस्टइंडीज को सस्ते में रोकने में भुवनेश्वर कुमार ने भी अहम भूमिका निभायी। उन्होंने पावरप्ले के दौरान बेहतरीन गेंदबाजी की तथा तीन ओवर में केवल तीन रन दिये। उस समय गेल और डवेन स्मिथ जैसे आक्रामक बल्लेबाज क्रीज पर थे लेकिन भुवनेश्वर ने 16 डाट गेंद की। स्मिथ को उन्होंने लगातार परेशान किया जबकि दूसरे छोर पर गेल को तब जीवनदान मिला जबकि उन्होंने खाता भी नहीं खोला था। शमी की गेंद पर पर पहली स्लिप में अश्विन ने उनका कैच छोड़ा।
गेल ने शमी के अगले ओवर में छक्का और चौका जड़ा। इसके बाद उन्होंने मिश्रा का स्वागत भी छक्के से किया लेकिन यहां पर फिर से भाग्य ने उनका साथ दिया। गेल ने मिश्रा की गेंद हवा में लहराई लेकिन इस बार किसी और ने नहीं बल्कि युवराज सिंह ने आसान कैच टपकाया। गेल तब 19 रन पर थे। अश्विन ने इस बीच स्मिथ को कैरम बाल पर वापस कैच देने के लिये मजबूर किया। स्मिथ ने 29 गेंद का सामना करके केवल 11 रन बनाये। वेस्टइंडीज ने 10.4 ओवर में 50 रन बनाये। गेल भी दो जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाय और सैमुअल्स के साथ गफलत के कारण रन आउट हो गये।
उन्होंने अपनी पारी में 33 गेंद खेली तथा एक चौका और दो छक्का लगाया। मिश्रा ने इसके बाद फ्लाइट लेती गेंद पर सैमुअल्स को छकाया। बल्लेबाज लंबा शाट खेलने के लिये आगे बढ़ गये लेकिन लेग ब्रेक उनको छकाकर महेंद्र सिंह धौनी के पास चली गयी जिन्होंने स्टंप आउट की औपचारिकता पूरी की। मिश्रा की अगली गेंद गुगली थी जिस पर डवेन ब्रावो (00) पगबाधा आउट हुए। कप्तान डेरेन सैमी ने मिश्रा की हैट्रिक बचायी लेकिन तब तक वेस्टइंडीज की बड़ा स्कोर खड़ा करने की उम्मीदें समाप्त हो गयी थी। जडेजा का आखिरी ओवर महंगा साबित हुआ। उन्होंने इस ओवर में दो विकेट लिये लेकिन इस बीच उन पर तीन छक्के भी पड़े।