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वडोदरा में मोदी का मुकाबला है कांग्रेस के नौसिखिया से

वडोदरा लोकसभा सीट पर दिग्गज राजनेता एवं भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मुकाबले के लिए कांग्रेस ने एक नये चेहरे को उतारा है। मोदी ने अपनी दूसरी सुरक्षित सीट के तौर पर वडोदरा को...

वडोदरा में मोदी का मुकाबला है कांग्रेस के नौसिखिया से
एजेंसीThu, 20 Mar 2014 08:06 PM
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वडोदरा लोकसभा सीट पर दिग्गज राजनेता एवं भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मुकाबले के लिए कांग्रेस ने एक नये चेहरे को उतारा है। मोदी ने अपनी दूसरी सुरक्षित सीट के तौर पर वडोदरा को चुना है।

भाजपा ने विश्वास जताया है कि इस सीट का चयन मोदी को पूरे देश के उम्मीदवारों में सबसे अधिक अंतर से जीत दर्ज करने वाला उम्मीदवार बनने में मदद करेगा।

कांग्रेस ने इस सीट का टिकट वडोदरा शहर इकाई अध्यक्ष नरेंद्र रावत को दिया है जिन्होंने प्राइमरी में जीत दर्ज की थी जिसकी शुरुआत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई है।

रावत पेशे से एक इंजीनियर हैं और महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य हैं। उन्होंने लोकसभा का टिकट मिलने से पहले कोई भी राजनीतिक चुनाव नहीं जीता है।

कांग्रेस एक नये चेहरे को टिकट देते हुए संभवत: इस संभावना का अंदाजा नहीं लगा पायी कि मोदी यहीं से चुनाव लड़ेंगे। यह सीट पारंपरिक रूप से भाजपा के पास रही है। मोदी ने वडोदरा का चयन इसलिए किया है, क्योंकि वह अपनी जीत के अंतर को अधिकतम कर सकते हैं, क्योंकि यह सीट पारंपरिक तौर पर भाजपा के पास रही है। 2009 में बालू शुक्ला ने इस सीट से 1.36 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

भाजपा 1996 से 1998 के बीच 17 महीने को छोड़कर वडोदरा की सीट 1991 से ही जीतती रही है। उस दौरान शाही परिवार के सत्यजीत गायकवाड ने कांग्रेस के टिकट पर मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी।

दिसम्बर 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान वडोदरा लोकसभा क्षेत्र में आने वाले 10 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा ने नौ पर जीत दर्ज की थी जबकि एक पर निर्दलीय उम्मीदवार जीता था।

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