लोकसभा चुनाव: अविभाजित आंध्रप्रदेश में 2 चरणों में चुनाव
अविभाजित आंध्र प्रदेश में 6.24 करोड़ मतदाता लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव में एक साथ मतदान करेंगे। भारत निर्वाचन आयोग ने दो जून से पहले पृथक तेलंगाना का गठन नहीं हो पाने के मद्देनजर अविभाजित...
अविभाजित आंध्र प्रदेश में 6.24 करोड़ मतदाता लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव में एक साथ मतदान करेंगे। भारत निर्वाचन आयोग ने दो जून से पहले पृथक तेलंगाना का गठन नहीं हो पाने के मद्देनजर अविभाजित आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने का फैसला किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त वी. एस. संपत ने कहा कि आयोग राज्य के वर्तमान विवरण के आधार पर चुनाव आयोजित करेगा। राज्य की 42 लोकसभा सीटों और 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में 30 अप्रैल और सात मई को आयोजित किए जाएंगे।
पहले चरण में तेलंगाना में चुनाव होंगे जबकि रायलसीमा एवं तटीय आंध्र प्रदेश (सीमांध्र) में दूसरे चरण में चुनाव कराए जाएंगे। तेलंगाना के पास 17 लोकसभा सीटें और 119 विधानसभा क्षेत्र हैं, जबकि सीमांध्र में 25 लोकसभा सीटें और 175 विधानसभा क्षेत्र हैं।
संपत ने कहा, ''जो भी उम्मीदवार अपने क्षेत्र से विधायक चुना जाएगा, कानून के मुताबिक स्वत: ही उस राज्य का सदस्य होगा।'' राज्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, 6.24 करोड़ मतादाता इस बार चुनाव में मतदान करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव (2009) में मतदाता संख्या 5.78 करोड़ थी, जो 2014 में लगभग 46 लाख तक बढ़ी है।
तेलंगाना को देश के 29वें राज्य का दर्जा देते हुए बीते 20 फरवरी को संसद ने तेलंगाना विधेयक पारित किया था। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक मार्च को विधेयक को मंजूरी दी थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दो अलग राज्यों के रूप में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का गठन दो जून को करने की घोषणा की।
केंद्र ने पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी के इस्तीफा देने के बाद पिछले सप्ताह आंध्रप्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की घोषणा की और विधानसभा को अस्थाई रूप से भंग कर दिया।