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सहारा प्रमुख को गिरफ्तार करके पेश करने के आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सहारा प्रमुख सुब्रत राय को गिरफ्तार करके 4 मार्च तक कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। शीर्ष अदालत ने सहारा प्रमुख के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। सुब्रत राय पर...

सहारा प्रमुख को गिरफ्तार करके पेश करने के आदेश
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 27 Feb 2014 12:03 PM
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सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सहारा प्रमुख सुब्रत राय को गिरफ्तार करके 4 मार्च तक कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। शीर्ष अदालत ने सहारा प्रमुख के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। सुब्रत राय पर निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपये लौटाने के आदेश की अवहेलना करने पर अवमानना की कार्यवाही चल रही है।

मां की बीमारी का कारण : कोर्ट ने कार्यवाही शुरू होते ही पूछा कि क्या सभी आरोपी मौजूद हैं। इस पर राय के वकील राम जेठमलानी ने कहा, ‘उनकी (सुब्रत की) मां बहुत बीमार हैं। वह किसी भी वक्त मर सकती हैं, इसलिए वह बिस्तर पर उनका हाथ थामे बैठे हैं।’ 

कोर्ट ने फटकारा : शीर्ष अदालत ने कहा कि हमने मंगलवार को भी आपको पेशी से छूट देने से मना कर दिया था। उसके बावजूद आप पेश नहीं हुए। याद रखिए कोर्ट के हाथ बहुत लंबे हैं। सर्वोच्च अदालत के आदेश का पालन करवाना हम जानते हैं। पिछले दो साल से हम देख रहे हैं कि इस मामले में क्या हो रहा है।

लखनऊ पहुंचा वारंट
सुब्रत राय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से जारी गैरजमानती वारंट लखनऊ पुलिस के पास पहुंच गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लखनऊ पुलिस इस संबंध में जरूरी कार्रवाई करेगी।

क्या है मामला
2008 : करीब तीन करोड़ निवेशकों ने सहारा की दो कंपनियों में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये निवेश किए
2012 : सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को करीब 25 हजार करोड़ रुपये 15% ब्याज के साथ लौटाने को कहा
2013 : सहारा ने सिर्फ पांच हजार करोड़ रुपये ही वापस किए
2014 : 20 फरवरी को समन जारी कर कोर्ट में 26 फरवरी को व्यक्तिगत पेशी पर आने के लिए कहा

सहारा प्रमुख के बचाव के रास्ते बंद

सुप्रीम कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद सुब्रत राय के पास कोर्ट में पेश होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। अब यह पुलिस पर निर्भर करता है कि वह उन्हें पेशी की तारीख के नजदीक अथवा अंतिम दिन यानी 4 मार्च को गिरफ्तार करे और उसी दिन दोपहर दो बजे कोर्ट में पेश कर दे। हालांकि, वारंट सुप्रीम कोर्ट से जारी हुआ है, इसलिए पूरी संभावना है कि पुलिस बिना देरी किए तेजी से कार्रवाई करेगी।

कानून के विशेषज्ञों का मानना है कि राय के पास कुछ विकल्प हैं, जैसे वह वारंट के आदेश को संशोधित करने, वारंट वापस लेने तथा निर्धारित तारीख पर पेश होने की अंडरटेकिंग की अर्जी दे सकते हैं। लेकिन इन अजिर्यों पर राहत देना अथवा नहीं देना सुप्रीम कोर्ट के विवेक पर निर्भर करेगा।

एक अन्य विकल्प यह है कि सुब्रत राय बहुत ज्यादा बीमार हो जाएं और आईसीयू में भर्ती हो जाएं कि वारंट तामील ही नहीं कराया जा सके। ऐसी स्थिति में कोर्ट सरकारी अस्पताल से उनकी फिटनेस रिपोर्ट मांगेगा। यदि सरकारी अस्पताल कहता है कि वह कोर्ट में पेश हो सकते हैं तो कोर्ट उनकी पेशी सुनिश्चित कराएगा।

आपराधिक कानून विशेषज्ञों के अनुसार जब वारंट देश की सर्वोच्च अदालत से जारी होता है तो इसके खिलाफ अन्य किसी अदालत में नहीं जाया जा सकता। वारंट यदि मजिस्ट्रेट, सेशन कोर्ट या हाईकोर्ट से होता तो राय सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट जाकर उस पर स्टे ले सकते थे, पर यहां ऐसी स्थिति नहीं है।

विशेषज्ञ कहते हैं, जहां तक पुलिस का सवाल है तो सामान्य परिस्थितियों में पुलिस उन्हें गिरफ्तार जरूर करेगी। गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश करना पड़ेगा, जहां से उन्हें जमानत मिलने की संभावना नहीं है। क्योंकि यह वारंट सुप्रीम कोर्ट ने ही जारी किया है और वह भी अवमनना के मामले में। सुब्रत राय यदि गिरफ्तारी से बचने के लिए स्वयं कोर्ट में सरेंडर करते हैं तो भी वह जेल जाएंगे। मामला सुप्रीम कोर्ट का होने की वजह से सुब्रत राय को जमानत नहीं मिलेगी।

ये हो सकते हैं विकल्प
1. सुब्रत राय वारंट के आदेश को संशोधित करने की अर्जी दे सकते हैं
2. गैर जमानती वारंट वापस लेने के लिए अर्जी दे सकते हैं
3. निर्धारित तारीख पर पेश होने की अंडरटेकिंग की अर्जी दे सकते हैं

इन पर है मुकदमा
- सहारा इंडिया रीयल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- सहारा इंडिया हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड

सहारा कंपनियों के शेयर टूटे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सहारा की दो सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। समूह की दो कंपनियां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं। एक सहारा वन मीडिया एंड इंटरटेनमेंट और दूसरी सहारा हाउसिंगफिना कॉर्पोरेशन। सहारा वन मीडिया के शेयरों में सिर्फ 10 शेयरों में करोबार हुआ, जो 1.59 प्रतिशत गिरा और 61.95 रुपये पर बंद हुआ। इसी तरह, हाउसिंगफिना के 692 शेयरों में कारोबार हुआ, जो 3.61 प्रतिशत लुढ़ककर 38.70 रुपये पर बंद हुआ।

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