चुनावी गठबंधन के लिए कांग्रेस के विकल्प खुले
ांग्रेस भले ही केंद्र में अपने बूते पर सरकार बनाने का सपना संजोए हो लेकिन फिलहाल उसने समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गठबंधन करने और उनके साथ मिलकर सरकार बनाने का विकल्प बंद नहीं किया...
ांग्रेस भले ही केंद्र में अपने बूते पर सरकार बनाने का सपना संजोए हो लेकिन फिलहाल उसने समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गठबंधन करने और उनके साथ मिलकर सरकार बनाने का विकल्प बंद नहीं किया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार आगामी विधासभा और लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति सुझाने के लिए गठित एंटनी समिति ने अपनी रिपोर्ट मंे रायों मंे स्थानीय जरूरतों के अनुरूप गठबंधन करने तथा इस बारे मंे पार्टी की स्थानीय ईकाई की सिफारिश के आधार पर फैसला करने का सुझाव दिया है। समिति ने विधानसभा और लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले करने का सुझाव देकर एक तरह से यह भी साफ कर दिया है कि गठबंधन के बारे मंे समय रहते निर्णय लिया जाए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले चुनावों में एक के बाद एक पराजय से निराश पार्टी में नई जान फूंकने के उपाय सुझाने के लिए इस माह के शुरू मंे रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता मंे सात सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति ने गत शनिवार रात अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी। सूत्रों के अनुसार समिति ने चुनावी रणनीति को लागू करने के लिए जो निर्णय लिए जाएं उन्हें क्रियान्वित करने की उपर से नीचे स्तर तक जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करने की सिफारिश की है। समिति ने यह भी कहा है कि चुनाव के लिए जो कार्यक्रम बनाया जाए उसे समयबद्ध ढंग से लागू किया जाए। समिति ने कुल दस पृष्ठांे की रिपोर्ट दी है. जिसमें लोकसभा और विधानसभाआें के लिए अलग-अलग रणनीति सुझाई है। समिति की सिफारिशों पर विचार के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जल्द बुलायी जाने की संभावना है। कर्नाटक में पराजय के तुरंत बाद हुई कार्यसमिति की बैठक में ही इस तरह की समिति गठित करने का सुझाव आया था। अगले माह होने वाले पार्टी के चिंतन शिविर में भी समिति के सिफारिशों पर विचार होने की संभावना है।ड्ढr