'आप' के साथ...जनता का हाथ, पर मोदी सबसे पहली पसंद
देश के लोगों को आम आदमी पार्टी से कितनी उम्मीदें हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत के आठ बड़े शहरों में करवाये गये सर्वे के अनुसार 44 फीसदी लोगों की पहली पसंद 'आप' है। 27 फीसदी...
देश के लोगों को आम आदमी पार्टी से कितनी उम्मीदें हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत के आठ बड़े शहरों में करवाये गये सर्वे के अनुसार 44 फीसदी लोगों की पहली पसंद 'आप' है।
27 फीसदी लोगों का कहना है कि वह उम्मीदवार देखकर 'आप' का समर्थन करेंगे। जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि 'आप' लोकसभा चुनाव में एक बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। वहीं प्रधानमंत्री पद के लिए 58 फीसदी लोगों की पसंद नरेंद्र मोदी, 26 फीसदी लोगों की पसंद अरविंद केजरीवाल और 14 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी हैं।
सर्वे के अनुसार मुंबई, चेन्नई में केजरीवाल मोदी से आगे हैं, जबकि अहमदाबाद में 31 फीसदी लोगों की पसंद केजरीवाल हैं। वहीं 31 फीसदी लोगों का मानना है कि 'आप' के लोकसभा चुनाव में उतरने से भाजपा को नुकसान होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थी, जिसके बाद पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनायी और बिजली, पानी देने के अपने प्रमुख वादे पूरे किये। कल ही दिल्ली में भ्रष्टाचार को रोंकने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया, जिसके बाद वहां भ्रष्टाचार कम होने के पूरे आसार हैं।
25 फीसदी लोगों का मानना है कि 'आप' लोकसभा चुनाव में 25 सीटें जीतने में कामयाब रहेगी, जबकि 33 फीसदी लोगों का मानना है कि 'आप' 50 से 100 सीटें जीतने में कामयाब रहेगी, वहीं 11 फीसदी लोगों का कहना है कि 'आप' 100 सीटें जीतने में कामयाब रहेगी।
इस ऑपिनियन पोल में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद की जनता से आगामी लोकसभा चुनाव के बारे में राय ली गई।
'आप' के लिए सबसे ज्यादा सकारात्मक बात यह हो सकती है कि सर्वे में शामिल लोगों में से 44 फीसदी ने कहा कि अगर उनके क्षेत्र से आप का उम्मीदवार खड़ा हुआ, तो वे उसे ही वोट देंगे। इस सर्वे में कुल 2,015 लोगों की राय ली गई। ये लोग 18 से 45 साल की उम्र के हैं।