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रामलीला मैदान में 28 दिसंबर को शपथ लेंगे केजरीवाल

कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के तौर पर ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शनिवार को शपथ ग्रहण करेंगे। उनकी आम आदमी पार्टी ने हाल के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में...

रामलीला मैदान में 28 दिसंबर को शपथ लेंगे केजरीवाल
एजेंसीWed, 25 Dec 2013 08:23 PM
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कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के तौर पर ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शनिवार को शपथ ग्रहण करेंगे। उनकी आम आदमी पार्टी ने हाल के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में शानदार जीत हासिल की है।
    
मुख्य सचिव डी एम सपोलिया के साथ बैठक के बाद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह की तारीख की घोषणा की। दिल्ली सरकार में शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल और आप के छह विधायक रामलीला मैदान में एक सार्वजनिक समारोह में दोपहर 12 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। यह वही जगह है जहां से दो वर्ष पहले अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार निरोधी आंदोलन का बिगुल फूंका था।
    
केजरीवाल के साथ जो लोग शपथ लेंगे, उनमें मनीष सिसोदिया, राखी बिरला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरीश सोनी और सतेन्द्र जैन शामिल हैं।
    
हरियाणा में जन्मे और उत्तर प्रदेश के दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले के कौशांबी इलाके में रहने वाले अरविंद केजरीवाल आईआईटी खडगपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। उन्होंने तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से 25,000 से अधिक वोट से हराया।
    
45 वर्षीय केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग से भेंट की और उन्हें कांग्रेस के बाहरी समर्थन के साथ दिल्ली में सरकार बनाने का दावा करने संबंधी पत्र सौंपा।
    
इसके बाद जंग ने आप के सरकार बनाने के दावे के बारे में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को प्रस्ताव भेजा। राष्ट्रपति से उस प्रस्ताव पर कल मंजूरी मिली और उन्होंने नामित मुख्यमंत्री के साथ सलाह मश्वरे से शपथ ग्रहण समारोह की तारीख को अंतिम रूप देने का काम उप राज्यपाल पर ही छोड़ दिया।
    
दिल्ली की सियासत में महज एक वर्ष पुरानी आप ने 70 सदस्यीय विधानसभा में जिस धमाकेदार ढंग से जगह बनाई है, उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है। आप के जलवा ओ जलाल का ही असर था कि कांग्रेस को सिर्फ आठ सीटें ही मिल पाईं। भाजपा को 31 और उसके सहयोगी शिरोमणि अकाली दल को एक सीट मिली, लेकिन पार्टी ने बहुमत न होने की बात कहकर सरकार बनाने से इंकार कर दिया।
    
आप के सूत्रों का कहना है कि अन्ना हजारे, किरण बेदी, संतोष हेगड़े और भ्रष्टाचार निरोधक आंदोलन से जुड़े तमाम लोगों को शपथ ग्रहण शो में बुलाया जाएगा।
    
केजरीवाल ने पिछले वर्ष गांधी जयंती के मौके पर 2 अक्टूबर को आप के गठन का ऐलान किया था और 26 नवंबर को औपचारिक रूप से पार्टी की शुरुआत की। 1949 में इसी दिन भारत ने अपने संविधान को मंजूरी दी थी।
    
पार्टी का नाम आम आदमी से जुड़ाव की ओर इशारा करता है और केजरीवाल ने इसी वर्ग को अपनी सियासत के केन्द्र में रखा। पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी 70 क्षेत्रों के लिए अलग अलग घोषणापत्र तैयार किए। उम्मीदवारों का चयन करते समय उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच की गई और पार्टी ने इमानदार लोगों को टिकट देने का दावा किया।
    
26 बरस की बिरला से लेकर 41 बरस के सिसोदिया सहित दिल्ली की यह केबिनेट न सिर्फ सबसे कम उम्र के मंत्रियों वाली होगी, संभवत: यह भी पहली बार होगा कि मुख्यमंत्री सहित केबिनेट के सदस्य पहली बार विधायक बने हैं।
    
आप की झाडू ने दिल्ली से कांग्रेस की ऐसी सफाई की कि बिरला ने मंगोलपुरी में दिल्ली सरकार के चार बार के विधायक और शीला दीक्षित की सरकार में लोक निर्माण मंत्री राज कुमार चौहान को 10,500 वोटों से बुहारकर विधानसभा से बाहर सरका दिया। आप में शामिल होने से पहले बिरला एक निजी समाचार चैनल के लिए काम करती थीं।
    
केजरीवाल के भरोसेमंद सिपहसालार सिसोदिया को 2011 में अन्ना हजारे के जन लोकपाल विधेयक के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान मकबूलियत हासिल हुई। टीम केजरीवाल के मजबूत स्तंभ माने जाने वाले सिसोदिया पत्रकार से कार्यकर्ता बने और फिर राजनीति में उतरे। उन्होंने पूर्वी दिल्ली की पटपड़गंज सीट से नकुल भारद्वाज को 11,000 वोट से हराया।
    
केजरीवाल की टीम का एक और चेहरा सौरभ भारद्वाज हैं। इंजीनियरिंग स्नातक सौरभ ने कानून की पढ़ाई भी की है। 34 वर्षीय सौरभ ने भाजपा के अनुभवी नेता विजय कुमार मलहोत्रा के पुत्र अजय कुमार मलहोत्रा को ग्रेटर कैलाश सीट से 13000 वोट से हराया।
    
केजरीवाल की केबिनेट में सोमनाथ भारती भी आईआईटी से पढ़े हैं। उन्होंने आईआईटी, दिल्ली से मास्टर्स की डिग्री ली है और कानून की डिग्री भी उनके पास है। 30 वर्षीय सोमनाथ ने भाजपा की आरती मेहरा और दिल्ली सरकार में मंत्री किरण वालिया को हराया।
    
केबिनेट में शामिल किए जाने वाले शकूर बस्ती (नार्थ) से विधायक जैन पेशे से आर्किटेक्ट हैं। मादीपुर से विधायक गिरीश सोनी ने आप के बिजली पानी आंदोलन में भाग लिया था और उन्होंने लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने का काम किया।

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