सत्यम मामले में टेक महिन्द्रा के चयन को मंजूरी
ंपनी कानून बोर्ड (सीएलबी) ने टेक महिंद्रा की ओर सत्यम कंप्यूटर्स लिमिटेड के अधिग्रहण का रास्ता साफ कर दिया है। साथ ही बोर्ड ने उम्मीद जताई है कि नये मालिक कंपनी को फिर से पटरी पर ला सकेंगे और उसकी...
ंपनी कानून बोर्ड (सीएलबी) ने टेक महिंद्रा की ओर सत्यम कंप्यूटर्स लिमिटेड के अधिग्रहण का रास्ता साफ कर दिया है। साथ ही बोर्ड ने उम्मीद जताई है कि नये मालिक कंपनी को फिर से पटरी पर ला सकेंगे और उसकी खोई साख वापस आ सकेगी। सीएलबी के चेयरमैन एस.बालासुब्रमनियम ने कहा है कि सत्यम बोर्ड ने तकनीकी रूप से काबिल रणनीतिक निवेशक का चुनाव किया है जो इसे खस्ताहाली से उबारते हुये दुबारा लाभ की हालत में ला सकेगा। साथ ही सीएलबी ने टेक महिंद्रा की सहयोगी कंपनी वेंटुरबे को 31 फीसदी की इक्िवटी के अधिग्रहण के लिए 1756 करोड़ रुपये जमा करने का निर्देश दिया है। इसके बाद निदेशक बोर्ड वेंटुरबे को 10 रुपये प्रति शेयरमूल्य पर 30,27,64,327 शेयर जारी कर सकेगा। इस पर प्रति शेयर प्रीमियम 48 रुपये होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस इक्िवटी के बाद ओपेन ऑफर के जरिए अतिरिक्त 20 फीसदी की इक्िवटी की खरीद पर वेंटुरबे के लिए तीन साल का लॉक इन पीरियड होगा यानी इस अवधि तक वह इन शेयरों को बेंच नहीं सकेगी। यह प्रावधान इसलिए निर्धारित किया गया है ताकि कंपनी लंबे समय तक पूरी जिम्मेदारी से सत्यम की हालत का दुरुस्त करने का काम कर और सिर्फ सत्यम की परिसंपत्तियों को सस्ते में खरीद कर महंगे में बेचते हुये में चलती न बनी। सीएलबी ने टेक महिंद्रा को चार निदेशक भी नियुक्त करने का अधिकार दिया है। सरकार की ओर से नामित बोर्ड सदस्य अगले आदेशों तक पदों पर बने रहेंगे। नये निदेशक सत्यम घपले की जांच में सरकारी एजेंसियों को सहयोग देते रहेंगे।