पहली बार वनडे रैंकिंग में शीर्ष दस में पहुंचे धवन
भारत के शिखर धवन वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में अच्छे प्रदर्शन के दम पर अपने करियर में पहली बार आईसीसी खिलाड़ी रैंकिंग में वनडे बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष दस में शामिल हो गए हैं। धवन...
भारत के शिखर धवन वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में अच्छे प्रदर्शन के दम पर अपने करियर में पहली बार आईसीसी खिलाड़ी रैंकिंग में वनडे बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष दस में शामिल हो गए हैं।
धवन दो पायदान ऊपर नौवें स्थान पर पहुंच गए हैं। पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका तथा भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज के समापन के बाद आईसीसी की रविवार को यहां जारी रैंकिंग के अनुसार धवन ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रेटिंग 736 अंक हासिल किए हैं।
धवन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में 159 रन बनाए। भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीती। पाकिस्तान ने भी दक्षिण अफ्रीका को इसी अंतर से हराया। धवन के आगे बढ़ने से पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह उल हक एक पायदान नीचे दसवें स्थान पर खिसक गए। शीर्ष दस बल्लेबाजों की सूची में केवल यही अंतर हुए हैं।
इस परिणाम से हालांकि आईसीसी वनडे टीम रैंकिंग में कोई असर नहीं पड़ा है तथा चारों टीमें अपनी पहले की रैंकिंग पर काबिज हैं। भारत पहले, वेस्टइंडीज सातवें, दक्षिण अफ्रीका पांचवें और पाकिस्तान छठे स्थान पर है।
भारत के उप कप्तान विराट कोहली बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं। उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स का नंबर आता है जो उनसे 17 अंक पीछे हैं।
भारत अब पांच दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज खेलेगा जिसमें कोहली और डिविलियर्स के बीच शीर्ष स्थान के लिए रोचक जंग देखने को मिलेगी। इस बीच वनडे गेंदबाजों की सूची में दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन पांच पायदान आगे बढ़कर पांचवें स्थान पर काबिज हो गए हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दो वनडे मैचों में नौ विकेट लिए।
भारत के रविचंद्रन अश्विन तीन पायदान ऊपर 14वें जबकि पाकिस्तान के जुनैद खान सात पायदान आगे 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जुनैद पहली बार शीर्ष 20 में शामिल हुए हैं। पाकिस्तान के स्पिनर सईद अजमल ने नंबर एक वनडे गेंदबाज पर अपना दबदबा बनाए रखा है। वेस्टइंडीज के सुनील नारायण दूसरे और भारत के रविंदर जडेजा तीसरे स्थान पर हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ का परिणाम कुछ भी रहे भारत तब भी नंबर एक पर काबिज रहेगा।