‘जामिया आने पर रॉकस्टार महसूस करता हूं’
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कदम रखते ही खुद को रॉकस्टार महसूस करता हूं। मैंने यहां से बहुत कुछ सीखा, यह संस्थान मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा है। यहां के छात्रों से ऊर्जा मिलती रही। जामिया के पूर्व...
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कदम रखते ही खुद को रॉकस्टार महसूस करता हूं। मैंने यहां से बहुत कुछ सीखा, यह संस्थान मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा है। यहां के छात्रों से ऊर्जा मिलती रही। जामिया के पूर्व कुलपति व दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने गुरुवार को दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
खास बात यह है कि विश्वविद्यालय ने उपराज्यपाल को डॉंक्टर्स ऑफ लेटर्स की उपाधि से नवाजा। इस दौरान विश्वविद्यालय का शुक्रिया करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के लोकतांत्रिक विचारों व युवाओं के नए आइडिए ने जामिया को तरक्की की राह दिखाई इसलिए यह मेरे दिल के करीब है। इतना ही नहीं, उन्होंने बॉलीवुड, खेल व उद्योग जगत की हस्ती बन चुके पूर्व छात्रों का जिक्र करते हुए कहा, ‘आप भी उनकी तरह यहां से डिग्री के साथ विजन लेकर जाएं, ये विजन एक दिन बुलंदियों पर पहुंचाएगा।
जामिया में हर धर्म के लोगों को जगह: उन्होंने जामिया को शांतिपूर्ण विश्वविद्यालय कहते हुए कहा कि यहां हर धर्म के लोगों को जगह मिलती है। चाहे हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म हो या फिर जैन। हर विचार व संस्कृति के लोगों ने इस संस्थान को परिपक्व बनाया।
डिग्री व डिप्लोमा से नवाजे गए 4569 छात्र
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विभागों के छात्रों को कुल 4569 डिग्री व डिप्लोमा दिए। इसके अलावा 224 छात्रों को पीएचडी की उपाधि दी गई। यही नहीं, विभाग में शीर्ष स्थान पाने वाले 154 छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए। कुलपति प्रो. एसएम साजिद ने छात्रों को उपाधियां दीं। कुलपति ने कहा कि इंटरनेशनल समर स्कूल व पाकिस्तान और चीनी भाषा प्रोग्राम हाल की बड़ी उपलब्धियां हैं।
नए कोर्स की शुरुआत
कुलपति प्रो. एसएम साजिद ने नए कोर्स शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही उर्दू भाषा में कई सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि ऊर्दू को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। ये खासकर उनके लिए लाभकारी होंगे जो इस भाषा को कायदे से जानना चाहते हैं।