कॉरपोरेट पुनगर्ठित ऋण बढ़ा: रिजर्व बैंक
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष में कारपोरेट ऋण पुनर्गठन (सीडीआर) के तहत पुनर्गठित ऋण राशि 57 प्रतिशत बढ़कर 2.29 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह पूर्व वित्त वर्ष में 1,50,500...
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष में कारपोरेट ऋण पुनर्गठन (सीडीआर) के तहत पुनर्गठित ऋण राशि 57 प्रतिशत बढ़कर 2.29 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह पूर्व वित्त वर्ष में 1,50,500 करोड़ रुपये थी।
केंद्रीय बैंक ने रपट ट्रेंडस एंड प्रोग्रेस आफ बैंकिंग इन 2012-13 में यह निष्कर्ष निकाला है। इसके अनुसार, वित्त वर्ष 2013 में पुनर्गठन के लिए मंजूर शुदा कुल मामलों की संख्या लगभग 37 प्रतिशत बढ़ी और इसके तहत पुनर्गठित ऋण 52 प्रतिशत बढ़ा।
इसके अनुसार मार्च 2013 तक बैंकों ने 2,29,000 करोड़ रुपये मूल्य के 401 खातों का पुनर्गठन किया। वित्त वर्ष 2012 में 1,50,500 करोड़ रुपये मूल्य के 292 खातों का पुनगर्ठन किया गया था। रिजर्व बैंक के अनुसार आलोच्य अवधि में लौह तथा इस्पात एवं ढांचागत क्षेत्र सबसे अधिक दबाव में दिखे। मार्च 2013 तक कुल पुनर्गठित ऋण में लौह एवं इस्पात का हिस्सा 23 प्रतिशत रहा।