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छत्तीसगढ़ विस चुनावों के दूसरे चरण में 75 फीसदी मतदान

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों का दूसरा और आखिरी चरण मंगलवार को कुल मिला कर शांतिपूर्ण रहा और 72 सीटों पर 74.70 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। निर्वाचन उपायुक्त आर बालाकृष्णन ने संवाददाताओं को बताया...

छत्तीसगढ़ विस चुनावों के दूसरे चरण में 75 फीसदी मतदान
एजेंसीTue, 19 Nov 2013 10:26 PM
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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों का दूसरा और आखिरी चरण मंगलवार को कुल मिला कर शांतिपूर्ण रहा और 72 सीटों पर 74.70 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। निर्वाचन उपायुक्त आर बालाकृष्णन ने संवाददाताओं को बताया कि शाम पांच बजे मतदान खत्म होने के निर्धारित समय तक 74.70 प्रतिशत मतदान हो चुका था। उस समय कई मतदान केन्द्रों पर वोटरों की लंबी कतारें लगी थीं और मतदान के प्रतिशत में इजाफा होने की संभावना है।

बालाकृष्णन ने मतदान को लगभग पूरी तरह शांतिपूर्ण बताया और इसमें मतदाताओं की भागीदारी पर संतोष जाहिर किया। इन विधानसभा क्षेत्रों में 2008 में 71.09 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में मतदान के पहले चरण में नकसल प्रभावित 18 विधानसभा क्षेत्रों में 75.53 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। निर्वाचन उपायुक्त ने बताया कि साजा विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर झड़प के बाद केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक जवान ने गोलियां चलाईं जिनसे एक व्यक्ति मारा गया और दो घायल हो गए। उन्होंने बताया कि इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए इसकी मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

बालाकृष्णन ने बताया कि इस चरण में उम्मीदवारों के खर्चों पर 241 सचल और 233 अचल दस्तों के जरिए नजर रखी गई। इस दौरान आठ करोड़ 69 लाख रुपए नकदी और 38780 लीटर शराब जब्त की गई तथा पेड न्यूज की 22 शिकायतों पर नोटिस जारी किए गए।

दूसरे चरण की 72 सीटों में नौ अनुसूचित जातियों और 17 अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं। इस चरण के एक करोड़ 39 लाख 75 हजार 472 मतदाताओं में 68 लाख 30 हजार 179 महिलाएं शामिल हैं। इन सब के वोट डालने के लिए 18015 मतदान केन्द्रों पर इतनी ही इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का इंतजाम किया गया था। चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए लगभग एक लाख मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया था।

चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए 72 सामान्य, 22 व्यय, 19 पुलिस और सात जारूकता पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया था। इस चरण के 843 उम्मीदवारों में 75 महिलाएं हैं। सर्वाधिक 38 उम्मीदवार रायपुर नगर दक्षिण और सबसे कम पांच सरायपाली से चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। सत्तरूढ़ भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने सभी 72 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 12, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के चार-चार तथा निर्दलीय तथा अन्य 607 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।

दूसरे चरण के उम्मीदवारों में विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, राज्य के नौ मंत्री, छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रमुख राम सेवक पैकरा, विधानसभा में विपक्ष के नेता रविन्दर चौबे तथा पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी की पत्नी रेणु और पुत्र अमित शामिल हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से इस चरण की सबसे बड़ी सीट भरतपुर सोनहाट है। सर्वाधिक मतदाता कसडोल में और सबसे कम महेन्द्रगढ़ में हैं।

लाइव अपडेट...

 

मतदान की समाप्ति
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 75 फीसदी मतदान हुआ। यह अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है।

शाम 4:00 बजे
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। शाम 4 बजे तक लगभग 60 फीसदी मतदान की शुरुआती सूचना है।

दोपहर 3:00 बजे
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 19 जिलों की 72 सीटों पर दोपहर 3:00 बजे तक करीब 55 फीसदी मतदान हो चुका है।

दोपहर 2:00 बजे
छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव के लिए मतदान में दोपहर 2 बजे तक लगभग 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

दोपहर 1:00 बजे
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 19 जिलों की 72 सीटों के लिए वोटिंग जारी है। दोपहर 1 बजे तक लगभग 35 फीसदी मतदाता वोटिंग कर चुके हैं।

दोपहर 12:00 बजे
छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव के लिए मतदान के शुरुआती चार घंटों में लगभग 28 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के किसी भी हिस्से से अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली है।

सुबह 11:30 बजे
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 19 जिलों की 72 सीटों पर सुबह 11:30 बजे तक करीब 22 फीसदी मतदान हो चुका है। सुबह 8 बजे से वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे दौर की वोटिंग के लिए 18,015 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

सुबह 11:00 बजे
भाजपा एवं कांग्रेस दोनो को कई सीटों पर बागियों की चुनौती से जहां जूझना पड़ रहा है, वहीं बसपा एवं छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच भी कई सीटों पर उनकी चुनावी संभावनाओं को प्रभावित करते नजर आ रहे हैं।

सुबह 10:00 बजे
छत्तीसगढ़ में कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत तहसील के अंतर्गत सेराडांड गांव में केवल दो लोग रहते हैं। उनके नाम वोटर लिस्ट में हैं। यहां पर चुनाव आयोग ने उनके लिए एक पोलिंग बूथ स्थापित किया है। चुनाव आयोग की ओर से दो वोटरों के लिए बूथ पर एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।

सुबह 9:30 बजे
अपने प्रयासों से नक्सल-प्रभावित इलाकों में भारी मतदान करवाने में सफल रहे छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों को आशा है कि आज 72 चुनावी क्षेत्रों में होने वाले चुनावों में भी ऐसा ही चलन देखने को मिलेगा।

सुबह 8:45 बजे
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अपने पूरे परिवार के साथ वोट देने पहुंचे। इस चरण में अजीत जोगी की पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी मैदान में हैं।

सुबह 8:30 बजे
आज जब मतदान शुरू हुआ, तो छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त राजधानी रायपुर स्थित मतदान केन्द्र पहुंचे तथा अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के बाद उन्होंने कहा कि देश को आजाद हुये 60 साल से ज्यादा समय हो चुका है और अब केवल 50 या 60 फीसदी मतदान नहीं, बल्कि 100 फीसदी मतदान होना चाहिए।

सुबह 8:15 बजे
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मतदान आज सुबह आठ बजे शुरू हुआ तथा शाम पांच बजे तक यहां के एक करोड़ 39 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।

सुबह 8:00 बजे
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 19 जिलों की 72 सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। सुबह 8 बजे से वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे दौर की वोटिंग के लिए 18,015 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से करीब साढ़े चार हजार मतदान केंद्र संवेदनशील हैं, जबकि करीब चौदह सौ केंद्र अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं।

कुल 843 प्रत्याशियों में 75 महिलाएं हैं। मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशियों की संख्या 236, पंजीकृत दल के प्रत्याशी 289 तथा 318 निर्दलीय हैं। मतदान कार्य में 20 हजार मतदान दल गठित किए गए हैं तथा 80 हजार कर्मचारियों को लगाया गया है।

मतदान प्रक्रिया को पूर्ण करने 20,957 ईवीएम मशीन का उपयोग किया जाएगा और 18,015 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश मतदान केंद्रों में दो ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जाएगा। केवल रायपुर दक्षिण के मतदान केंद्रों में ईवीएम मशीन की संख्या तीन होगी।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं आखिरी चरण की 72 सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है।
     
इस चरण में राज्य के नौ मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष धरम कौशिक, विपक्ष के नेता रविन्द्र चौबे, पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पान्डेय, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी, पूर्व मंत्री शक्राजीत नायक, पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर एवं भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू समेत कई प्रमुख नेताओं की चुनावी किस्मत कल ईवीएम में कैद हो जायेगी। 
    
पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा एवं कांग्रेस दोनो में कांटे की टक्कर हुई थी। दोनो पार्टियों को 35-35 सीटों पर सफलता मिली थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने दो सीटों पर परचम लहराया था। इस बार दोनो ही मुख्य दल जहां अपनी सीटे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वहीं पर बसपा के साथ ही छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के भी प्रत्याशियों के कई सीटों पर मुख्य मुकाबले में शामिल होने की खबरें आ रही है।
      
भाजपा एवं कांग्रेस दोनो को कई सीटों पर बागियों की चुनौती से जहां जूझना पड़ रहा है, वहीं बसपा एवं छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच भी कई सीटों पर उनकी चुनावी संभावनाओं को प्रभावित करते नजर आ रहे है। अन्दर से इनके प्रभाव से घबराए दोनों दल भाजपा एवं कांग्रेस इनसे एक दूसरे को नुकसान का दावा कर रहे है। 
     
रायपुर दक्षिण
राज्य के लगभग सभी मंत्री कड़े चुनावी मुकाबले में फंसे हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे कुछ मंत्री अभयदान मिलने की उम्मीद पाले हुए है। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का रायपुर दक्षिण सीट पर सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी एवं रायपुर की महापौर किरणमई नायक से है। चुनावी प्रबंधन में माहिर माने जाने वाले अग्रवाल को नायक से कड़ी टक्कर मिल रही है।
    
रायपुर पश्चिम
राज्य के उद्योग मंत्री राजेश मूणत का रायपुर पश्चिम सीट पर कांग्रेस के युवा प्रत्याशी विकास उपाध्याय का सीध मुकाबला है। मूणत को साफ सुधरे और युवा प्रत्याशी उपाध्याय से कडी टक्कर मिल रही है।

अभनपुर
राज्य के कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू का अभनपुर सीट पर सीधा मुकाबला परम्परागत प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू से है। छत्तीसगढ स्वाभिमान मंच ने अभनपुर नगर पंचायत अध्यक्ष राधाकृष्ण टंडन को मैदान में उतार कर चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है।
    
बिलासपुर
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल बिलासपुर सीट से फिर मैदान में है और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और बिलासपुर की महापौर वाणी राव से है। कांग्रेस प्रत्याशी से कडी टक्कर के बीच अग्रवाल की चुनावी प्रबन्धन के कारण बेहतर स्थिति बताई जाती है। 
       
रामानुजगंज
राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री रामविचार नेताम रामानुजगंज सीट से फिर मैदान में है और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी वृहस्पति सिंह से है। नेताम एवं सिंह परम्परागत राजनीतिक प्रतिद्वन्दी है और पिछले चुनाव में भी इनके बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। इस बार भी दोनो में कांटे की टककर है।

बिल्हा
विधानसभा अध्यक्ष धरम कौशिक कडे मुकाबले में फंसे है। वह फिर चुनावी मैदान में बिल्हा सीट से मैदान में उतरे है। इस बार फिर उनका मुकाबला परम्परागत प्रतिद्वन्दी कांग्रेस के सियाराम कौशिक से है। विधानसभा अध्यक्ष को सियाराम कौशिक से कडी टक्कर मिल रही है। इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए बसपा ने बिल्हा नगर पंचायत के अध्यक्ष जगदीश कौशिक को मैदान में उतारा है।

चुनावों के पहले चरण में 18 विधानसभा क्षेत्रों में 11 नवंबर को मतदान हुआ था। इनमें से लगभग एक दर्जन क्षेत्र नक्सल प्रभावित बस्तर के तहत आते हैं, जिनमें राजनंदगांव भी शामिल था। मुख्यमंत्री रमन सिंह के चुनावी क्षेत्र राजनंदगांव से प्रिंयका शुक्ला ने बताया कि हमने मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए लघु फिल्में बनाईं और मेहंदी व रंगोली की प्रतियोगिताएं रखीं। ऐसी ही कई अन्य गतिविधियों के जरिए उन्हें उनके मतदान के अधिकार के प्रति जागरंक किया गया।
  
छत्तीसगढ़ कैडर की वर्ष 2009 के बैच की प्रशासनिक अधिकारी शुक्ला ने कहा कि प्रतिज्ञा की वजह से चांदो और खेरी गांवों के लोगों ने 11 नवंबर को मतदान करने का फैसला किया। इन लोगों ने पहले चुनावों का बाहिष्कार करने की घोषणा की थी।

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