महसूद पर अमेरिका और पाक के बीच तनाव बरकरार
करीब एक पखवाड़े पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अत्यंत सफल अमेरिका यात्रा के बाद पिछले सप्ताह कथित तौर पर एक ड्रोन हमले में तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने को लेकर दोनों देशों...
करीब एक पखवाड़े पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अत्यंत सफल अमेरिका यात्रा के बाद पिछले सप्ताह कथित तौर पर एक ड्रोन हमले में तालिबान प्रमुख हकीमुल्ला महसूद के मारे जाने को लेकर दोनों देशों के संबंधों में तनाव व्याप्त है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्ने ने कहा कि हमारे संबंधों में तनाव बरकरार है फिर भी हम उनके साथ काम कर रहे हैं, क्योंकि हमारे बीच सुरक्षा और अर्थव्यवस्था सहित कई महत्वपूर्ण साक्षा द्विपक्षीय हित हैं। महसूद की मौत को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कार्ने ने कहा कि हमारे रिश्तों की मजबूती दोनों देशों के हित में है और हम यही करने के लिए प्रयासरत हैं।
अमेरिका ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) नेता महसूद की मौत की न तो पुष्टि की और न ही इससे इंकार किया है। उस पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर का ईनाम घोषित किया था और फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन्स (एफबीआई) उसे दुनिया के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक मानता रहा है। विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने संवाददाताओं को बताया कि हकीमुल्ला महसूद से जुड़ी खबरों की मैं पुष्टि नहीं कर रही हूं।
कार्ने ने भी खबरों की पुष्टि करने से मना कर दिया। कार्ने ने कहा यह स्पष्ट है कि महसूद को टीटीपी का कमांडर समझा जाता था और इस गुट ने न्यूयॉर्क शहर में मई 2010 में टाइम्स स्क्वायर में बम विस्फोट की नाकाम साजिश की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने कहा कि हकीमुल्ला और टीटीपी के अन्य उग्रवादियों ने अमेरिका और यहां के लोगों को लगातार निशाना बनाते रहने का सार्वजनिक रूप से संकल्प लिया था।
कार्ने ने कहा कि महसूद पर दूसरे देशों में अमेरिकी नागरिकों की हत्या की साजिश रचने और उनके खिलाफ जनसंहारक हथियारों का उपयोग करने का अभियोग था। इसके अलावा विदेश मंत्री ने टीटीपी को विदेशी आतंकवादी संघठन घोषित किया था।
पिछले माह राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच हुई मुलाकात को कार्ने ने अत्यंत सफल करार दिया।