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मोदी प्रभाव है, लेकिन मोदी लहर की बात अतिशयोक्ति: उमर

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को स्वीकार किया कि भाजपा के कैडर पर नरेन्द्र मोदी का प्रभाव है, लेकिन इसे देश में इस पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए एक लहर कहना...

मोदी प्रभाव है, लेकिन मोदी लहर की बात अतिशयोक्ति: उमर
एजेंसीMon, 04 Nov 2013 06:04 PM
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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को स्वीकार किया कि भाजपा के कैडर पर नरेन्द्र मोदी का प्रभाव है, लेकिन इसे देश में इस पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए एक लहर कहना अतिशयोक्ति होगी।

उमर ने कहा कि चुनावों में मोदी के किसी प्रभाव को इनकार कर देना हमारी ओर से गलत होगा, मैं नहीं कह सकता कि मोदी की लहर है, मोदी का प्रभाव है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश में मोदी लहर होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मोदी लहर कहना अतिशयोक्ति होगी।

उमर ने कहा कि मोदी का प्रभाव है, यह प्रभाव औसत मतदाताओं पर नहीं हो सकता बल्कि यह भाजपा के कैडर पर दिखता है। इसका चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ता है इसके लिए इंतजार करना होगा और देखना होगा। उनकी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस का संप्रग के साथ गठबंधन और तीसरे मोर्चे में उनकी पार्टी के शामिल होने के बारे में सवाल पूछे जाने पर उमर ने कहा कि यह केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का एक प्रतिबद्ध घटक दल है।

उन्होंने कहा कि मेरा तीसरे मोर्चे से कोई लेना-देना नहीं है। नेशनल कांफ्रेंस संप्रग का प्रतिबद्ध घटक दल है। अन्य मुद्दों पर उमर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमने देश में राज्य को शामिल किए जाने पर कभी सवाल नहीं पूछा था।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल किया गया। यदि हमें भारत में शामिल किया गया है, तो क्या हम भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं हैं, बेशक हम हैं। उमर ने कहा कि यह भारत का हिस्सा है, इस बारे में दो राय नहीं है। इस बारे में मतभेद हो सकता है कि अन्य राज्यों की तुलना में राज्य (जम्मू कश्मीर) को भारत में कैसे शामिल किया गया, लेकिन इसे शामिल किए जाने पर यह सवाल नहीं उठाता।

गौरतलब है कि उमर ने पिछले महीने कहा था कि जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल किया गया था, लेकिन अन्य राज्यों की तरह इसे भारतीय संघ में कभी विलय नहीं किया गया। उमर ने जम्मू-कश्मीर को भारत में शामिल किए जाने के मुद्दे पर अपनी टिप्पणियों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि कृपया अपने शब्द मेरे मुंह में नहीं डालिए।

मैंने न तो कभी सशर्त, ना ही कभी अधूरा शब्दों का इस्तेमाल किया, मैंने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। आप रिकॉर्ड निकाल कर देख लीजिए और बताइए कि मैंने क्या कहा था। मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान से संघर्ष विराम का सम्मान करने की अपील करते हुए कहा कि वार्ता का कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से हमारी मांग है कि उसे संघर्ष विराम का सम्मान करना चाहिए और वार्ता में विश्वास करना चाहिए। इसका कोई विकल्प नहीं है। उमर ने कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन हुए हैं लेकिन फ्लैग मीटिंग में हुई वार्ता के बाद उस गति से नहीं हुए हैं जैसा हाल ही में हुए थे।

उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन (जो हाल ही में हुए हैं) के बाद भी संघर्ष विराम कायम है। सीमा पार से घुसपैठ के बारे में उमर ने कहा कि यह कभी नहीं रुक सकता।

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