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दूरसंचार क्षेत्र की मजबूती में भूमिका निभाने को तैयार: वोडाफोन

देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने कहा है कि वह दूरसंचार क्षेत्र की मजबूती में अपनी भूमिका निभाने को  तैयार है। कारोबारी खाते की मजबूत स्थिति के बल पर वोडाफोन एकमात्र कंपनी है जो...

दूरसंचार क्षेत्र की मजबूती में भूमिका निभाने को तैयार: वोडाफोन
एजेंसीTue, 29 Oct 2013 08:17 PM
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देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने कहा है कि वह दूरसंचार क्षेत्र की मजबूती में अपनी भूमिका निभाने को  तैयार है। कारोबारी खाते की मजबूत स्थिति के बल पर वोडाफोन एकमात्र कंपनी है जो कमजोर कारोबारी परिदश्य में भी बड़े निवेश की बात कर रही है।

वोडाफोन इंडिया के प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी मार्टिन पीटर्स ने कहा कि यह (क्षेत्र की मजबूती) सभी कंपनियों के लिये अच्छा है और अगर हम इसमें भूमिका निभा सकते हैं तो हम ऐसा करने को तैयार हैं। यदि जरूरत पड़ी तो ऐसा करने के लिये हमारे पास मजबूत बही-खाता है।

उन्होंने कहा कि भारत में नौ प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाता काम कर रही हैं, इसमें से सार्वजनिक क्षेत्र की एमटीएनएल तथा बीएसएनएल समेत केवल छह दूरसंचार कंपनियों के लिये ही बेहतर गुंजाइश है। विलय एवं अधिग्रहण नियमों में छूट से क्षेत्र में मजबूती के लिये संभावनाएं बढ़ी हैं।

पीटर्स ने कहा कि मुझे लगता है कि 4 से 5 और अगर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को जोड़ा जाए तो अधिकतम छह कंपनियां इस बाजार में हो सकती हैं। इसका मतलब है कि अभी जो हम नौ कंपनियां देख रहे हैं, इनमें से
3-4 सेवा प्रदाताओं को आपस में मिलाकर एक में होना चाहिये अथवा दूसर में विलय होना चाहिये।

उन्होंने कहा कि वोडाफोन इंडिया की अल्पकाल से मध्यम अवधि में 4000 से 6000 करोड़ रुपये सालाना निवेश की योजना है। सरकार कंपनियों के विलय के बाद बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत तक पहुंचने पर भी विलय की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। वर्तमान में इसके लिये 35 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी की सीमा है। 

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