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आसाराम को वापस जोधपुर ले जाया गया

सूरत की एक लड़की द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम की पुलिस हिरासत की अवधि आज पूरी हो गई और मामले की जांच कर रही एसआईटी उन्हें वापस जोधपुर ले गई। आसाराम के वकील बीएम गुप्ता ने कहा कि पुलिस...

आसाराम को वापस जोधपुर ले जाया गया
एजेंसीTue, 22 Oct 2013 10:13 PM
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सूरत की एक लड़की द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम की पुलिस हिरासत की अवधि आज पूरी हो गई और मामले की जांच कर रही एसआईटी उन्हें वापस जोधपुर ले गई। आसाराम के वकील बीएम गुप्ता ने कहा कि पुलिस रिमांड की अवधि पूरी हो जाने के बाद आसाराम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उसके बाद उन्हें अदालत से साबरमती सेंट्रल जेल ले जाया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें वापस जोधपुर ले जाया गया।

आसाराम यौन उत्पीड़न के एक अन्य आरोप में अगस्त से जोधपुर की एक जेल में बंद हैं। 72 वर्षीय आसाराम को जोधपुर की एक अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर पिछले हफ्ते यहां लाया गया था। उसके बाद उनसे गहन पूछताछ की गई।

सूरत पुलिस ने हाल ही में यौन उत्पीड़न सहित अन्य आरोपों के सिलसिले में दो शिकायतें दर्ज की थीं। पहली शिकायत आसाराम के खिलाफ थी जबकि दूसरी साई के खिलाफ थी। सूरत की दो बहनों ने शिकायतें दर्ज करायी थीं। इस बीच पिता और पुत्र के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को रदद करने की मांग वाली याचिका पर बहस कल भी गुजरात उच्च न्यायालय में जारी रहेगी।

सरकारी वकील प्रकाश जानी ने आज न्यायमूर्ति ए जे देसाई की एकल पीठ के समक्ष साईं के आचरण का जिक्र किया जो फरार हैं और सूरत की एक अदालत में दाखिल हलफनामे पर फर्जी हस्ताक्षर किए। जानी ने दलील दी कि पीड़िता ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए साहस जुटाया और इसे दर्ज कराने में देरी के पीछे गलत उद्देश्य नहीं है।

साईं के वकील निरूपम नानावती ने दावा किया कि प्राथमिकी पूरी तरह से गलत और मनगढंत है। आसाराम के वकील यतिन ओझा ने भी प्राथमिकी दर्ज कराने में देरी पर आपत्ति जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में मीडिया का काफी दबाव है और पुलिस मीडिया संगठनों द्वारा बनाए गए दबाव के आधार पर जांच कर रही है तथा वकील भी उसी तर्ज पर दलीलें दे रहे हैं।

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