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यादगार बन जाए त्योहारों का यह मौसम

सालों से त्योहारों का मतलब आपके लिए सजना-संवरना, दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलना, स्वादिष्ट चीजें खाना और भरपूर मौज-मस्ती करना रहा है। पर, इस साल चीजें पहले जैसी नहीं रहेंगी। अब आपको किसी के साथ मिलकर...

यादगार बन जाए त्योहारों का यह मौसम
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 17 Oct 2013 12:52 PM
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सालों से त्योहारों का मतलब आपके लिए सजना-संवरना, दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलना, स्वादिष्ट चीजें खाना और भरपूर मौज-मस्ती करना रहा है। पर, इस साल चीजें पहले जैसी नहीं रहेंगी। अब आपको किसी के साथ मिलकर त्योहार सेलिब्रेट करना होगा क्योंकि आपकी शादी हो चुकी है। शादी के बाद त्योहारों के इस पहले मौके को कैसे यादगार बनाएं, बता रही हैं शाश्वती

किनसे मिलना है ज्यादा जरूरी
आप दोनों के दोस्त अलग-अलग हैं। अपना-अपना ग्रुप है। रिश्तेदारों से भी इस मौके पर मिलना-जुलना होगा ही। अब सवाल यह है कि त्योहारों के मौके पर आप किन-किन लोगों से मिलेंगे। हमेशा दोनों साथ-साथ लोगों से मिलने जाएं। यह बात तय मानिए कि आप अपने सभी दोस्तों-रिश्तेदारों से मिल नहीं सकतीं। बेहतर होगा कि अपनी प्राथमिकताएं तय कर लें। अगर आपका मायका और ससुराल दोनों एक ही शहर में है तो पहले इन दोनों जगह पर जाने की योजना बनाएं। इसके बाद ही कहीं और जाने के बारे में सोचें। अगर आप घर से दूर रह रहे हैं, तो त्योहार के मौके पर दोस्तों से मिलने से बेहतर और क्या हो सकता है!

छुट्टियों के बीच बिठाएं सामंजस्य
आप दोनों कामकाजी हैं तो त्योहार साथ मनाने के लिए आपकी छुट्टियों के बीच सामंजस्य होना भी जरूरी है। अगर किसी खास त्योहार को सेलिब्रेट करने के लिए आप छुट्टी लेने वाली हैं तो इस बारे में अपने पति को पहले से बता दें, ताकि वो भी वक्त रहते छुट्टी ले सकें। ऐसा नहीं करने से त्योहार को सेलिब्रेट करने की आपकी सारी योजना बेकार हो जाएगी और आपका मूड खराब होगा, सो अलग।

बजट तय कर लें
त्योहारों का मौसम यानी खर्चो का मौसम। कपड़े, गिफ्ट, सजावट का सामान, मिठाई..लिस्ट ऐसी जो खत्म होने का नाम न ले। अपने त्योहारों का बजट पहले से तय कर लें ताकि जब त्योहार बीत जाए तो आपका बैंक बैलेंस बिल्कुल खत्म न हो जाए। इस बात को अनदेखा ना करें कि पैसे से जुड़ी परेशानियां आपके रिश्ते में भी खटास ला सकती हैं। शान-शौकत से शादी के बाद का पहला त्योहार मनाने के चक्कर में अपने रिश्ते पर आंच न आने दें।

सोच-समझकर खरीदें उपहार
पूजा-पाठ के साथ-साथ त्योहारों के मौसम का एक अहम पक्ष है उपहार। आप यह बात तो अच्छे से जानती हैं कि अपने परिवार के सदस्यों को उपहार में कौन-सी चीजें दी जाएं या उनकी पसंद-नापसंद क्या है। पर, आपके ससुराल के लोगों को क्या पसंद आएगा और क्या नहीं, यह आपको मालूम नहीं। अपने ससुराल वालों और अपने पति के दोस्तों के लिए उपहार सोच-समझकर चुनें। इस बात को ध्यान में रखें कि सामने वाले की पसंद के अनुसार खरीदा गया उपहार, किसी महंगे उपहार की तुलना में ज्यादा मायने रखता है।

घर पर करें आयोजन
हर किसी से मिलने उनके घर पर जाने से बेहतर है कि आप अपने घर पर एक समारोह का आयोजन करें और अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को अपने घर बुलाएं। दरअसल, यह मौका आपके मायके और ससुराल दोनों जगह के लोगों को एक-दूसरे का जानने का मौका भी देगा। साथ ही आप इस पशोपेश से भी बच पाएंगी कि कहां जाएं और कहां नहीं।

रिश्तेदारों से जुडम्ने की कोशिश करें
एक साथ त्योहार मनाने का यह आपका पहला मौका है। इस मौके का उपयोग अपने रिश्तेदारों को बेहतर तरीके से जानने में करें। अपने ससुराल के लोगों से मिलें और उनसे सही मायने में जुड़ने की कोशिश करें। अपने रिश्तेदारों को नजदीक से जानने का यह बेहतर मौका साबित हो सकता है।

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