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खेल मंत्रालय ने भारोत्तोलन विवाद से पल्ला झाड़ा

खेल मंत्रालय ने भारतीय भारोत्तोलन संघ (आईडब्ल्यूएफ) में जारी चयन संबंधी विवाद से पल्ला झाड़ते हुए बुधवार को कहा कि उसका चयन प्रक्रिया से कोई लेना देना नहीं है। मंत्रालय ने यहां जारी एक बयान में...

 खेल मंत्रालय ने भारोत्तोलन विवाद से पल्ला झाड़ा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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खेल मंत्रालय ने भारतीय भारोत्तोलन संघ (आईडब्ल्यूएफ) में जारी चयन संबंधी विवाद से पल्ला झाड़ते हुए बुधवार को कहा कि उसका चयन प्रक्रिया से कोई लेना देना नहीं है। मंत्रालय ने यहां जारी एक बयान में कहा कि पेइचिंग आेलंपिक के लिए शैलजा पुजारी के स्थान पर मोनिका देवी के चयन से मंत्रालय का कोई लेना देना नहीं है। उल्लेखनीय है कि शैलजा ने आरोप लगाया था कि खेल मंत्रालय के आदेश के बाद उन्हें पेइचिंग आेलंपिक से हटाया गया है। शैलजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आईडब्ल्यूएफ के सचिव बीआर गुलाटी ने उन्हें बताया था कि खेल मंत्रालय की तरफ से कुछ निर्देश आए थे जिसके बाद मोनिका का चयन हो गया। इसी संदर्भ में मंत्रालय ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया। शैलजा ने दावा किया कि मोनिका ने अप्रैल-मई में जापान में हुई एशियन चैंपियनशिप में एक रजत और दो कांस्य पदक हासिल किए थे लेकिन उनकी यह उपलब्धि टीम प्रयास थी। उन्हांेने कहा कि मैंने मोनिका से 12 किलोग्राम अधिक 236 किग्रा वजन उठाया था जो विश्व रैंकिंग में सातवें नंबर पर है। इसलिए पेइचिंग आेलंपिक में मेरे पास अच्छा प्रदर्शन करने का बेहतर मौका था। पुर्नट्रायल में शैलजा, 75 किग्रा. कुल 236 किग्रा. ,स्नैच में 106 किग्रा. और क्लीन एंड जर्क में 130 किग्रा. वजन उठाया जो उन्हें ताजा रैंकिंग मंे सातवें स्थान पर रखता है जबकि मोनिका, 6किग्रा. कुल 224 किग्रा. वजन उठाकर रैंकिंग में 15वें नंबर पर हैं। लेकिन खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव आई श्रीनिवास ने शैलजा के दावे को खारिज करते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता है कि इस मुद्दे को और सनसनीखेज बनाने की जरूरत है। अगर कोई आरोप लगाता रहता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि मंत्रालय लगातार उसका जवाब देता रहे। आईडब्ल्यूएफ के सचिव बीआर गुलाटी पर शैलजा के चयन के लिए रिश्वत लेने का आरोप है।

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