मलाला को याद आती है स्वात की खूबसूरत घाटी
मलाला यूसुफजई ने कहा कि मैं जल्द ही पाकिस्तान आऊंगी और लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए अपनी मुहिम जारी रखूंगी। मलाला यूसुफजई एक बहुत बड़ा नाम है।...
मलाला यूसुफजई ने कहा कि मैं जल्द ही पाकिस्तान आऊंगी और लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए अपनी मुहिम जारी रखूंगी।
मलाला यूसुफजई एक बहुत बड़ा नाम है। लड़कियों की शिक्षा के लिए तालिबानी की गोली झेलने वाली मलाला। एक महिला कार्यकर्ता मलाला। नोबेल शांति पुरस्कार की दौड में मलाला। 16 वर्षीय एक लडकी मलाला। अपने हमउम्रों की तरह मलाला चुटकुले सुनना, सुनाना अपने छोटे भाइयों से झगडना पसंद करती है।
मलाला जल्द ही अपने घर लौटना चाहती है। स्वात घाटी की याद आते ही उसके मुंह से आह निकलती है। स्वात घाटी जहां वह पली और बढी। विश्व का उतना बडा मंच मिलने के बाद भी वह अपने घर को नहीं भूल पाई है।
मलाला ने कहा कि मैं अपने घर को प्यार करती हूं। अब मैं महसूस करती हूं कि स्वात घाटी कितनी खूबसूरत है और पाकिस्तान कितना कीमती है। मैं जल्द से जल्द घर वापस आऊंगी, लेकिन मैं पढ लिखकर अपने को शिक्षा के हथियार से लैस करना चाहती हूं। मैं घर लौटूंगी और शिक्षा के लिए अपनी मुहिम जारी रखूंगी।