आइसक्रीम पार्लर मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे अच्युतानंदन
केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.एस. अच्युतानंदन ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर कोझिकोडे आइसक्रीम पार्लर यौनाचार मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग...
केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.एस. अच्युतानंदन ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर कोझिकोडे आइसक्रीम पार्लर यौनाचार मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है।
1990 के दशक के प्रारंभ में कोझिकोडे स्थित आइसक्रीम पार्लर से संबंधित एक कथित स्कैंडल, मीडिया ने 'आइसक्रीम पार्लर यौनचार मामला' के नाम से चर्चित रहा है।
अच्युतानंदन ने याचिका में कहा है कि चूंकि मामले में आरोपी व्यक्ति केरल सरकार का एक मंत्री है, लिहाजा मामले की पुलिस जांच से कुछ भी हाथ नहीं लगने वाला है।
इसके पहले केरल उच्च न्यायालय ने 30 अगस्त को अच्युतानंदन की वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। इस मामले में राज्य के उद्योग मंत्री पी.के. कुन्हलिकुट्टी कथितरूप से शामिल हैं।
अच्युतानंदन ने 2011 में उस समय मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जब कुन्हलिकुट्टी के एक करीबी रिश्तेदार के.ए. रऊफ ने मामले में एक नया खुलासा किया था।
सर्वोच्च न्यायालय में दायर अपनी याचिका में अच्युतानंदन ने कहा है कि रऊफ द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण खुलासों की जांच नहीं की गई है, जिसमें मामले के पीडिम्तों को सौंपी गई धनराशि का स्रेत शामिल है।
अच्युतानंदन ने याचिका में कहा है कि केवल सीबीआई जांच से ही सच सामने आ पाएगा। सर्वोच्च न्यायालय इसके पहले 2006 में कुन्हलिकुट्टी को क्लीन चिट दे चुका है।