फोटो गैलरी

Hindi Newsआडवाणी ने निगेटिव वोटिंग पर कोर्ट के फैसले को सराहा

आडवाणी ने निगेटिव वोटिंग पर कोर्ट के फैसले को सराहा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने नकारात्मक मतदान पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का रविवार को स्वागत किया। हाल ही में राइट टू रिजेक्ट के तहत मतदाताओं को मतदान के लिए एक और...

आडवाणी ने निगेटिव वोटिंग पर कोर्ट के फैसले को सराहा
एजेंसीSun, 06 Oct 2013 06:14 PM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने नकारात्मक मतदान पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का रविवार को स्वागत किया।

हाल ही में राइट टू रिजेक्ट के तहत मतदाताओं को मतदान के लिए एक और विकल्प ‘इनमें से कोई नहीं’ प्रदान किया गया है। इस विकल्प के जरिए वे चुनाव के लिए मैदान में खड़े सभी प्रत्याशियों को नकार सकेंगे। आडवाणी ने रविवार को अपने ब्लॉग में लिखा, ‘आज जैसी परिस्थितियां हैं, ऐसे मतदाता जो बिना किसी वाजिब कारण के संविधान द्वारा प्रदत्त मतदान के अधिकार का उपयोग नहीं करते, अब अनजाने में ही बिना चाहे सभी उम्मीदवारों को नकार देंगे।’ उन्होंने हालांकि आगे कहा कि इसके साथ ही मतदान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।

आडवाणी ने अपने ब्लॉग में आगे कहा, ‘इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि नकारात्मक मतदान का वास्तविक फायदा तब होगा जब इसके साथ मतदान को अनिवार्य किया जाए।’ आडवाणी ने इस दिशा में पहला कदम उठाने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहा, ‘गुजरात देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने इस दिशा (अनिवार्य मतदान) में पहल की है।’

आडवाणी ने अपने ब्लॉग में विश्व के ऐसे 31 देशों का जिक्र किया, जहां मतदान अनिवार्य है, लेकिन उनमें से सिर्फ एक दजर्न देश ऐसे हैं जो इसको पूरी तरह लागू करने के लिए बिना वाजिब कारण के मतदान न करने वाले नागरिकों के खिलाफ निवारक प्रावधानों को अपनाते हैं।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें