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कर्ज के साथ बचत के नुस्खे भी सिखा रहा बैंक

बैंक अब कर्ज देने के साथ ही आम लोगों को बचत का तरीका भी सिखा रहे हैं। साथ ही स्वरोजगार शुरू करने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर...

कर्ज के साथ बचत के नुस्खे भी सिखा रहा बैंक
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 27 Sep 2013 10:02 PM
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बैंक अब कर्ज देने के साथ ही आम लोगों को बचत का तरीका भी सिखा रहे हैं। साथ ही स्वरोजगार शुरू करने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए सतत उन्नयन योजना या सस्टेनेबल लाइवलीहुड इनिसिएटिव (एसएलआई) की शुरुआत की है। बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और तमिलनाडु सहित 20 से अधिक राज्यों में यह योजना चल रही है। आइए देखें इस योजना से आम लोगों को मिल रहे फायदे और साथ ही किस तरह की आ रही हैं चुनौतियां।

एसएलआई योजना
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, रोजगार और बैंकिंग सुविधा कम होने से वहां आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर तबके को ऊपर उठाने के उद्देश्य से एचडीएफसी बैंक ने वर्ष 2010 में तमिलनाडु के कोयम्बटूर से इसकी शुरुआत की। इसके तहत स्वंय सहायता समूह (एसएचजी) बनाकर लोग कर्ज ले सकते हैं। एक समूह में न्यूनतम 10 और अधिकतम 20 लोग शामिल हो सकते हैं। कर्ज संबंधित समूह को दिया जाता है जिसकी राशि सदस्यों के बीच बराबर हिस्सों में बांटी जाती है। इसमें दो सदस्य समूह का नेतृत्व करते हैं। यह योजना एसएचजी के लिए है, लेकिन प्रदर्शन के आधार पर बैंक व्यक्तिगत तौर पर भी कर्ज देते हैं।

महिलाओं को तरजीह
इसमें महिलाओं को खास स्थान मिला है। बैंक के मुताबिक परिवार में मुश्किल आने पर महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित होती हैं, जिसकी वजह से उन्हें प्राथमिकता दी गई। वह बचत का सही उपयोग करने और दूसरी महिलाओं से बेहतर तालमेल भी बिठा लेती हैं। तीन साल में कर्ज न चुकाने का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

क्या है फायदा
योजना की वजह से लोग आमदनी का उपयोग अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने में कर रहे हैं। तमिलनाडु के तुतिकोड्डी जिले के कोविलपट्टी तालुका में स्थिति कलगुमलई गावं की पांचवी तक पढ़ाई करने वाली बी. लक्ष्म्मी ने बताया कि इस योजना के जरिए वह अपने बेटे को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवा रही है। योजना को बेहतर तरीके से चलाने के लिए बैंक ने चार हजार लोगों को नौकरी भी दी है।

कहां तक है पहुंच
देश भर में पांच हजार गांवों तक पहुंच चुका है एचडीएफसी का प्रशिक्षण कार्यक्रम

बिहार: पटना, दरभंगा, गया, आरा और मोतिहारी सहित 17 स्थानों पर
उत्तर प्रदेश: बनारस, मेरठ, मुरादाबाद, इलाहाबाद, गाजियाबाद और गोरखपुर सहित 41 स्थानों पर
झारखंड: रांची, हजारीबाग, धनबाद और कोडरमा, पूर्वी सिंहभूम और  सरायकेला
उत्तराखंड: हरिद्वार, देहरादून, हल्द्वानी, काशीपुर और रुड़की

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