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पाक मीडिया : क्या पकड़ा जाएगा बेनजीर का हत्यारा

बेनजीर भुट्टो की हत्या की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जांच का समाचार प्राय: सभी पाकिस्तानी समाचार पत्रों ने पहले पृष्ठ पर दिया है। विदेश मंत्री महमूद शाह कुरैशी ने राष्ट्र संघ के दौर पर यह बताया कि...

 पाक मीडिया : क्या पकड़ा जाएगा बेनजीर का हत्यारा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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बेनजीर भुट्टो की हत्या की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जांच का समाचार प्राय: सभी पाकिस्तानी समाचार पत्रों ने पहले पृष्ठ पर दिया है। विदेश मंत्री महमूद शाह कुरैशी ने राष्ट्र संघ के दौर पर यह बताया कि सेक्रेटरी जनरल बान की मून ने पाकिस्तान की जांच कमीशन की मांग सैद्धांतिक तौर से मान ली है, पर कमीशन का गठन कब होगा और कब जांच शुरू होगी, कुछ कहा नहीं जा सकता। पाकिस्तान में कई उच्च नेताओं की हत्याएं हुई हैं, पर हर बड़े केस में जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। इसी पर द न्यूज ने कई सवाल उठाए हैं। पत्र कहता है कि बेनजीर की हत्या लियाकत बाग, रावलपिंडी में हुई और यह वही जगह है, जहां पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान एक हत्यार की गोली का शिकार 6 अक्तूबर 1ो हुए। हत्यार को वहीं मार दिया गया, पर इस हत्या का राज अभी तक नहीं खुला। इसी तरह जनरल जिया-उल-हक 17 अगस्त 1ो एक हवाई हादसे में रहस्यमयी परिस्थितियों में मार गए, पर अभी तक कोई नतीजा नहीं मिला। पत्र ने कहा है हत्या के बाद बहुत जरूरी सबूत मरने के कुछ घंटों में ही मिटा दिए गए। पहले तो जगह को पानी से साफ कर दिया गया। उसके पीछे किस का हाथ था? क्यों बेनजीर का पोस्टमार्टम नहीं किया गया जो न केवल कानून की मांग होती है और उसी से ही साफ होता कि क्या वह गोली से मरी या कोई और तरीके से। यह भी कहा जा रहा है कि डॉक्टरों को पुलिस ने पोस्टमार्टम करने से रोका और शव को जल्दी से जल्दी दफनाने के लिए उनके पैतृक स्थान नोडेरो में ले जाया गया। अगर उनका पोस्टमार्टम नहीं किया तो साथ में मरने वाले का तो किया जा सकता था। पुलिस ने मुख्य गवाहों को जिसमें रहमान मलिक, आसिफ जरदारी, मखदूम अमीन फाहिम का बयान नहीं लिया गया। बाद में स्काटलैंड यार्ड की जांच भी मौजूदा तथ्यों पर ही कायम थी, इस नतीजे पर पहुंची कि उनकी मौत अपनी ही गाड़ी की छत से टकराने से हुई।ड्ढr जजों का मामलाड्ढr नवाज शरीफ ने लंदन से बयान दिया है कि हमारी पार्टी जजों के मामले में कोई समझौता करने को तैयार नहीं। उन्होंने फिर इशारा किया कि अगली बातचीत जो पीपीपी के नेता आसिफ जरदारी से अगले हफ्ते होने वाली है, आखिरी होगी। 100 से ज्यादा दिन हो गए पर पीपीपी न तो जजों के मुद्दे पर और मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग पर कोई साफ फैसला कर रही। दूसरी ओर आसिफ जरदारी ने नवाज शरीफ को कहा है कि नवाज शरीफ मेर साथ अमरीका चलें जहां वह ह्वाइट हाउस और स्टेट डिपार्टमेंट से बात करंगे और बताएंगे कि वह उनको मुशर्रफ को बाहर निकालनें दें ताकि पाकिस्तान को स्थिर किया जा सके। इससे मुशर्रफ पर महाभियोग और जजों की बहाली का मामला सुलझ जाएगा।ड्ढr डॉन ने कहा है कि पहले भी जरदारी ने एक और प्रस्ताव रखा था कि वह नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री गिलानी सऊदी अरब जाकर यह विवाद सुलझाएं परंतु नवाज शरीफ ने जाने से इनकार कर दिया। पत्र कह रहा है कि नवाज शरीफ अभी भी जाने के मूड में नहीं हैं। लगता है कि वह पीपीपी सरकार को गिरने नहीं देंगे जब तक मुशर्रफ राष्ट्रपति रहेंगे।ड्ढr डॉ. अब्दुल कादिर खान की नजरबंदी का मामला इस्लामाबाद हाई कोर्ट में चल रहा है। अब समाचार है कि मुकदमे का फैसला 21 जुलाई को दे दिया जाएगा। डॉ. खान ने पाकिस्तान सरकार और मुशर्रफ को आड़े हाथों लिया और कहा कि सरकार के इशार पर उन्होंने सब इलाम अपने सिर ले लिए थे। पाकिस्तान में प्राय: सभी लोग डॉ. खान को अपने देश का हीरो मानते हैं क्योंकि उन्होंने ही देश को एटम बम दिया।ड्ढr पिछले हफ्ते अफगानिस्तान से यह समाचार कि तालिबानियों ने दो महिलाओं को गोली मार कर सजाए मौत दे दी। उसका वीडयो जो पाकिस्तान तथा भारत के मीडिया में भी दिखलाया गया। इन पर वेश्यावृत्ति का दोष लगाया गया और यह भी कि यह अमरीका और नाटो फौाियों को अपनी सेवा प्रदान कर रही थीं। इससे पहले भी इंटरनेट पर वीडियो मौजूद है जब तालिबानियों के अफगानिस्तान पर अपने राज के दौरान, इसी तरह की सजा एक और महिला को दी थी। इस तरह की सार्वजनिक सजाएं आमतौर पर पुरुषों को दी जाती रही हैं। इधर पाकिस्तान के उत्तरी इलाकों में भी तालिबानियों ने सर बाजार सजाए मौत का सिलसिला कायम रखा हुआ है या मार कर लाश बाजार में फेंकी जाती है। यह सजा दोनों महिला और पुरुषों को दी जाती है जो अमरीका के लिए जासूसी करते हैं।ड्ढr

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