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राजवंशीनगर अस्पताल: अब पटना में हड्डी व न्यूरो का बेहतर इलाज

लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, राजवंशीनगर को ऑर्थोपेडिक साइंसेज और न्यूरोसाइंसेज का आर्ट ऑफ ट्रीटमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार के सहयोग दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा इसकी...

 राजवंशीनगर अस्पताल: अब पटना में हड्डी व न्यूरो का बेहतर इलाज
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, राजवंशीनगर को ऑर्थोपेडिक साइंसेज और न्यूरोसाइंसेज का आर्ट ऑफ ट्रीटमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार के सहयोग दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा इसकी रूपरखा तैयार की जा रही है। इसी सिलसिले में सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक, नई दिल्ली के पूर्व निदेशक, एवं वरीय परामर्शी इंडियन स्पाइनल इंजुरी सेंटर के परामर्शी डा.ए.के.सिंह ने यहां आकर तीन दिनों तक मरीजों की नि:शुल्क सेवा की। उन्होंने अस्पताल के डा.सुभाष चन्द्र और डा.इकबाल हुसैन को इस दौरान प्रशिक्षण भी दिया।ड्ढr ड्ढr डा. सिंह ने रविवार को बताया कि इस सेंटर के विकास के लिए स्थापित कमेटी की बैठक हर माह होगी। कमेटी अध्यक्ष के रूप में खुद शामिल होंगे। ऑर्थो एवं न्यूरो साइंसेज सेंटर में बेहतर इलाज होगा जिससे घुटने, कुल्हे के प्रत्यारोपण और ऑर्थोस्कोपी के लिए किसी को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। सेंटर का ऑपरशन थियेटर स्टेट ऑफ आर्ट ओटी होगा। ओटी में संक्रमण का स्तर शून्य होगा। ओटी के साथ रिकवरी रूम, आईसीयू में भी संक्रमणरहित प्रणाली होगी। यहां के चिकित्सकों को एक माह का विशेष प्रशिक्षण दिल्ली में दिया जाएगा जिससे राज्य के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में सेवा के दौरान बिहार सहित अफगानिस्तान,बंगलादेश, सउदी अरब, इरान के मरीज दयनीय हालत में आते थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पदाधिकारियों से परामर्श के बाद पटना में एक ऐसा सेंटर विकसित करने का निर्णय लिया गया। उद्घाटन के बाद इस सिलसिले में पहली बार पहुंचे थे। इस दौरान तीन दिनों तक मरीजों का नि:शुल्क परामर्श दिया। रविवार को सेंटर के विकास के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने बताया कि ऑर्थो एवं न्यूरो साइंसेज सेंटर का अंतिम निर्माण मार्च 200तक हो जाएगा। इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि सेंटर के निर्माण तक डा.सिंह ने बिहार आकर मरीजों के सेवा का वादा भी किया है।

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