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पीएम के दौरे से पहले आतंकी हमला, आठ जवान शहीद

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जम्मू-कश्मीर दौरे की पूर्व संध्या पर किए गए एक दुस्साहसिक हमले में हिज्बुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकवादियों ने सोमवार को शहर के बाहरी इलाके में थलसेना के काफिले को निशाना...

पीएम के दौरे से पहले आतंकी हमला, आठ जवान शहीद
एजेंसीMon, 24 Jun 2013 11:06 PM
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प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जम्मू-कश्मीर दौरे की पूर्व संध्या पर किए गए एक दुस्साहसिक हमले में हिज्बुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकवादियों ने सोमवार को शहर के बाहरी इलाके में थलसेना के काफिले को निशाना बनाया जिसमें थलसेना के आठ जवान शहीद हो गए जबकि 19 अन्य जख्मी हो गए।
 
पिछले तीन दिनों में यह दूसरा और इस साल का अब तक का सबसे जानलेवा हमला है। हमले के बाबत दावा किया गया है कि इसे पाकिस्तान समर्थक हिज्बुल मुजाहिदीन ने अंजाम दिया है पर सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि यह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की करतूत है। हमले के मद्देनजर राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। खुफिया सूचनाओं में बताया गया है कि वीवीआईपी दौरे के दौरान आतंकवादी ऐसे और हमलों को अंजाम दे सकते हैं।
 
सूत्रों के मुताबिक, पीर पंजाल और जबरवान पर्वत श्रेणियों की तकनीकी निगरानी के लिए मानवरहित विमान भी तैनात किए गए हैं। दरअसल, ऐसी सूचना मिली थी कि रॉकेटों से लैस आतंकवादियों ने इन पहाड़ियों में अपने अड्डे बना लिए हैं।

आज का हमला शाम 4:35 बजे उत्तर कश्मीर की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंथचौक-परीमपोरा के बीच स्थित क्लासिक अस्पताल के पास हुआ। हमले के वक्त 35 राष्ट्रीय राइफल्स का काफिला बड़गाम स्थित अपने बेस कैंप जा रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक, एके राइफलों से लैस आतंकवादियों ने आगे और पीछे से काफिले पर हमला किया। तीन आतंकवादियों ने इस हमले को अंजाम दिया जिसमें आठ जवान शहीद हो गए जबकि 19 अन्य जख्मी हुए। थलसेना के मुताबिक, तीन जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

बघात इलाके में दो छात्रों से एक मोटरसाइकिल छीन लेने वाले आतंकवादियों को गिरफ्त में लेने के लिए जब थलसेना ने इलाके की घेराबंदी शुरू की तो वे इसी दोपहिये से भाग खड़े हुए। भागते वक्त आतंकवादियों को बरजुला इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त नाके पर रोका गया। इस पर उन्होंने एक ग्रेनेड फेंक दिया और गोलियां चलानी शुरू कर दी जिससे सीआरपीएफ के एक सब-इंस्पेक्टर और एक पुलिसकर्मी के अलावा एक आम महिला जख्मी हो गई। आतंकवादी फिर काले रंग की एक सेंट्रो कार पर सवार होकर भागने में कामयाब रहे। हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षा बलों से कार की तलाश करने को कहा गया है।
 
आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल में लाई गई कार का पता लगाने के लिए थलसेना ने हेलीकॉप्टर भी तैनात किए हैं। जिन छात्रों की बाइक छीनी गयी थी उन्होंने पुलिस को बताया कि आतंकवादी ए़के—47 राइफलों से लैस थे और ऐसी उर्दू जुबान में बात कर रहे थे जो अमूमन कश्मीर में नहीं बोली जाती हिज्बुल मुजाहिदीन ने थलसेना के काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली है। बलिगुददीन नाम के एक शख्स ने एक स्थानीय समाचार एजेंसी को फोन कर खुद को हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रवक्ता बताया और दावा किया कि उसके संगठन ने कई दस्ते बनाए हैं और भविष्य में भी शहर में ऐसे हमले किए जाते रहेंगे।

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