देवताओं के लिए भी नहीं मिल पाया दूध
राजधानी में अंतिम सोमवारी को दूध की भारी किल्लत हुई। किसी भी एजेंसी ने क्षमता के अनुरूप राजधानी समेत आसपास के इलाकों में दूध की आपूर्ति सामान्य तरीके से नहीं की। फिलहाल तीन-तीन एजेंसियां दूध का...
राजधानी में अंतिम सोमवारी को दूध की भारी किल्लत हुई। किसी भी एजेंसी ने क्षमता के अनुरूप राजधानी समेत आसपास के इलाकों में दूध की आपूर्ति सामान्य तरीके से नहीं की। फिलहाल तीन-तीन एजेंसियां दूध का कारोबार कर रही हैं। इसमें सबसे बड़ी रांची डेयरी ने भी 11 अगस्त को हाथ खड़े कर दिये। रांची डेयरी ने सुधा दूध की राजधानी में क्षमता के अनुरूप आपूर्ति नहीं की। मेधा दूध की आपूर्ति क्षमता 20 हाार लीटर की है, लेकिन 11 अगस्त को सिर्फ पांच हाार लीटर दूध की ही आपूर्ति की गयी। जानकारी के अनुसार सूधा दूध की आपूर्ति राजधानी के अधिकांश बूथों पर नहीं की गयी। बूथ एजेंटों ने बताया कि सुबह में भी काफी कम मात्रा में दूध की आपूर्ति की गयी। इस कारण श्रद्धालुओं को काफी निराशा हुई। काफी संख्या में लोग शाम में खाली हाथ लौटे। अधिकांश लोग शाम के इंतजार में रहे, पर ऐसा सप्लाई नहीं हुई। मेन रोड स्थित रतन टॉकिा के सामने सुधा दूध का थोक विक्रेता है। लेकिन यहां भी ग्राहकों को भी निराशा हाथ लगी।