वाटसन के तूफान में उड़े सुपरकिंग्स
शेन वाटसन और स्टुअर्ट बिन्नी के तूफानी तेवरों से राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल छह में चेन्नई सुपरकिंग्स को पांच विकेट से हराकर लगातार चौथी जीत के साथ प्ले ऑफ के लिए अपना दावा बेहद मजबूत कर दिया। रॉयल्स...
शेन वाटसन और स्टुअर्ट बिन्नी के तूफानी तेवरों से राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल छह में चेन्नई सुपरकिंग्स को पांच विकेट से हराकर लगातार चौथी जीत के साथ प्ले ऑफ के लिए अपना दावा बेहद मजबूत कर दिया।
रॉयल्स की टीम ने 142 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 144 रन बनाकर यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में अपने सभी आठ घरेलू मैच जीतने का रिकार्ड बनाया। रॉयल्स की ओर वाटसन ने सिर्फ 34 गेंद में छह छक्कों और इतने ही चौकों की मदद से 70 रन की पारी खेली। उन्होंने बिन्नी (23 गेंद में नाबाद 41, तीन छक्के, दो चौके) के साथ उस समय पांचवें विकेट के लिए सिर्फ 7.3 ओवर में 93 रन जोड़े जब टीम 10वें ओवर में 45 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट में थी।
रॉयल्स ने इसके साथ ही 22 अप्रैल को चेन्नई में सुपरकिंग्स के हाथों पांच विकेट की हार का बदला भी चुकता कर लिया। इससे पहले मुरली विजय (55) और माइक हसी (41) के बीच पहले विकेट की 83 रन की साझेदारी के बावजूद चेन्नई की टीम चार विकेट पर 141 रन ही बना पाई।
इस जीत से रॉयल्स 14 मैचों में 10 जीत से 20 अंक जुटाकर दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। सुपरकिंग्स के भी इतने मैचों में इतने ही अंक हैं लेकिन टीम बेहतर नेट रन रेट के कारण शीर्ष पर बरकरार है। रॉयल्स की शुरुआत काफी खराब रही। टीम ने पांचवें ओवर में 19 रन तक ही सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (9), जेम्स फाकनर (1) और संजू सैमसन (0) के विकेट गंवा दिए।
जेसन होल्डर ने अपने दूसरे ओवर में ही रहाणे को मिड आन पर विजय के हाथों कैच कराने के बाद फाकनर को बोल्ड किया जबकि मोहित शर्मा ने संजू को विकेटकीपर कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच कराया।
कप्तान राहुल द्रविड़ और वाटसन ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने 26 रन जोड़कर विकेटों के पतन पर विराम लगाने की कोशिश की लेकिन द्रविड़ क्रिस मौरिस की आफ साइड से बाहर की ओर मूव होती गेंद को खेलने की कोशिश में धौनी को कैच दे बैठे। उन्होंने 28 गेंद में दो चौकों से 22 रन बनाए।
द्रविड़ के आउट होने के बाद वाटसन और बिन्नी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। दोनों ने 11वें ओवर में ऑफ स्पिनर रविंद्रन अश्विन को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में तीन छक्के सहित 23 रन बटोरे। वाटसन ने इसमें दो छक्के मारे।
रॉयल्स को अंतिम सात ओवर में जीत के लिए 50 रन की दरकार थी। बिन्नी और वाटसन ने 14वें ओवर में ब्रावो पर भी तीन छक्के सहित 22 रन जुटाकर मैच का रुख रॉयल्स की ओर मोड़ दिया। वाटसन ने इस ओवर में भी दो छक्के मारे।
रॉयल्स को इसके बाद जीत हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। वाटसन ने मैरिस के ओवर में चार चौकों के साथ सिर्फ 25 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि उस समय ब्रावो की गेंद पर बोल्ड हो गए जब टीम जीत से चार रन दूर थी। बिन्नी ने हालांकि रविंद्र जडेजा पर एक्सट्रा कवर पर छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई। सुपरकिंग्स की ओर से होल्डर ने 20 रन देकर दो जबकि मोहित ने 21 रन देकर एक विकेट चटकाया लेकिन अन्य गेंदबाज महंगे साबित हुए।
विजय ने 55 और हसी ने 41 रन की पारी खेलने के अलावा 83 रन की साझेदारी भी की लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद अन्य बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाए। इन दोनों ने भी हालांकि धीमी बल्लेबाजी की और क्रमश: 50 और 40 गेंद का सामना करते हुए छह-छह चौके मारे। डवेन ब्रावो ने अंत में 11 गेंद में चार चौकों की मदद से नाबाद 23 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
रॉयल्स की ओर से कीवोन कूपर से 32 रन देकर दो जबकि स्टुअर्ट बिन्नी ने तीन ओवर में 18 रन देकर एक विकेट चटकाया। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे सुपरकिंग्स को माइक हसी और मुरली विजय की सलामी जोड़ी ने 11.3 ओवर में 83 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई।
विजय और हसी ने शुरुआत में सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की और पावरप्ले के छह ओवर में 37 रन जुटाए। विजय ने शेन वाटसन पर लगातार दो चौके मारे जबकि हसी ने विक्रमजीत मलिक की गेंद को दो बार बाउंड्री के दर्शन कराए। दोनों ही बल्लेबाजों को स्ट्राइक रोटेट करने में कोई परेशानी नहीं हो रही थी जबकि दोनों ने खराब गेंदों को सबक सिखाने में कोई कोताही नहीं बरती।
इस बीच हालांकि हसी का ध्यान भंग हुआ और वह स्टुअर्ट बिन्नी की लेग स्टंप पर डाली गई गेंद को स्क्वायर लेग के उपर से खेलने की कोशिश में चूककर बोल्ड हो गए। उन्होंने 40 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे। हसी ने इसके साथ ही 13 मैचों में 615 रन के साथ ओरैंज कैप भी अपने नाम की जो टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी को मिलती है।
कूपर ने अगले ओवर में सुरेश रैना (1) और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (2) को पवेलियन भेजा जिससे चेन्नई का स्कोर बिना विकेट खोए 83 रन से तीन विकेट पर 89 रन हो गया। छह रन के भीतर तीन विकेट गिरने से चेन्नई की रन गति पर अंकुश लगा और 12वें से 16 ओवर के बीच सिर्फ 23 रन बने। विजय ने कूपर पर चौका जड़कर 49 गेंद में सत्र का अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज हालांकि इसके तुरंत बाद रन आउट हो गया। उन्होंने 50 गेंद का सामना करते हुए छह चौके मारे।
ब्रावो ने इसके बाद कूपर के ओवर में तीन और फाकनर पर एक चौका जड़कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने रविंद्र जडेजा (नाबाद 12) के साथ 2.4 ओवर में 28 रन की अटूट साझेदारी की। चेन्नई की टीम हालांकि रॉयल्स की सटीक गेंदबाजी के सामने अंतिम नौ ओवर में 59 रन ही जोड़ सकी।