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रेलमंत्री बंसल और कानून मंत्री कुमार ने दिया इस्तीफा

कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर शुक्रवार की रात पवन कुमार बंसल ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दिया। भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार की छवि को लगातार हो रहे नुकसान के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने यह निर्देश देने...

रेलमंत्री बंसल और कानून मंत्री कुमार ने दिया इस्तीफा
एजेंसीSat, 11 May 2013 09:37 AM
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कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर शुक्रवार की रात पवन कुमार बंसल ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दिया। भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार की छवि को लगातार हो रहे नुकसान के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने यह निर्देश देने का फैसला किया।

आज का नाटकीय घटनाक्रम से भरपूर रहा। दिन में पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और यह फैसला किया गया कि पहले से कई मामलों में कठघरे में खड़ी सरकार की छवि को और नुकसान नहीं हो, इसलिए उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद बाहर निकलते वक्त 64 साल के बंसल ने कहा, हां, मैंने इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बंसल के भांजे वी सिंगला को रेलवे बोर्ड के एक सदस्य की ओर से दी गयी कथित रिश्वत की रकम के तौर पर 90 लाख रुपए स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था । रेलवे बोर्ड के सदस्य को तरक्की का वादा किया गया था।

 


कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट के मसौदे में बदलाव कराने के आरोप का सामना कर रहे कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने भी बंसल के तुरंत बाद प्रधानमंत्री से मुलाकात की। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन्होंने इस्तीफा सौंपा है या नहीं।

कांग्रेस ने पहले बंसल और कुमार के मुददे को शांत करने का फैसला किया था लेकिन अपनी और सरकार की छवि को लगातार नुकसान होता देख पार्टी ने कार्रवाई का फैसला किया।

सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने फैसला इसलिए किया, क्योंकि पार्टी में इस बाबत असहजता पैदा हो रही थी कि दोनों मंत्रियों के पद पर बने रहने से सरकार की साख को नुकसान हो रहा है। पिछले तीन साल में सरकार पर कई घोटालों के आरोप लगे हैं और वह कई विवादों में भी रही है।

रेलवे बोर्ड रिश्वतखोरी मामला सामने आने के बाद सरकार को करारा झटका लगा। सरकार के लिए मीडिया में आयी उन खबरों ने भी शर्मिंदगी पैदा की जिसमें कहा गया कि बंसल के रिश्तेदारों को सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक से कर्ज के जरिए उस वक्त लाभ मिलता था जब वह वित्त राज्य मंत्री थे।

पवन बंसल के खिलाफ कार्रवाई के स्पष्ट संकेत दिन में उसी समय मिल गए जब कांग्रेस प्रवक्ता भक्त चरण दास ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार या घालमेल में शामिल किसी को भी नहीं बख्शेगी। बंसल के इस्तीफे के बाद अब केंद्रीय मंत्री—परिषद में फेरदबल की उम्मीद है। इस मुद्दे पर सोनिया और मनमोहन की मुलाकात रविवार को होनी है ।

फेरबदल अगले सप्ताह होने की संभावना है। इस बीच, बेंगलूर से ऐसी अपुष्ट खबरें आयी हैं कि केंद्रीय श्रम मंत्री मल्लिकाजरुन खड़गे ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे दिल छोटा न करें क्योंकि उन्हें रेल मंत्रलय का प्रभार सौंपा जा सकता है ।

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