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औद्योगिक उत्पादन मार्च में 2.5 फीसदी बढ़ा

स्थिति में कुछ सुधार का संकेत देते हुए मार्च 2013 में औद्यौगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही। खास कर पूंजीगत वस्तु उद्योग समित विनिर्माण एवं बिजली क्षेत्र के...

औद्योगिक उत्पादन मार्च में 2.5 फीसदी बढ़ा
एजेंसीFri, 10 May 2013 03:22 PM
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स्थिति में कुछ सुधार का संकेत देते हुए मार्च 2013 में औद्यौगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही। खास कर पूंजीगत वस्तु उद्योग समित विनिर्माण एवं बिजली क्षेत्र के अपेक्षाकत बेहतर प्रदर्शन से औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति में सुधार होता दिख रहा है।
   
औद्योगिक उत्पादन पिछले साल मार्च में 2.8 प्रतिशत घटा था। आज यहां जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में औद्योगिक उत्पादन एक साल पहले की तुलना में सिर्फ एक प्रतिशत उचा रहा। इससे पिछले पिछले वित्त वर्ष के दौरान औद्योगिक वद्धि 2.9 प्रतिशत थी।
   
इस बीच इस वर्ष फरवरी के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े को आंशिक तौर पर संशोधित कर संशोधित वृद्धि दर 0.46 प्रतिशत कर दिया गया, जो पिछले महीने जारी आंकड़े में फरवरी की औद्योगिक वृद्धि 0.6 प्रतिशत बतायी गयी थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में तीन चौथाई योगदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर इस बार मार्च में 3.2 प्रतिशत रही, जबकि 2012 के इसी महीने में इस क्षेत्र के उत्पादन में 3.6 प्रतिशत की गिरावट हुई थी।
  
हालांकि 2012-13 में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही, जो 2011-12 के दौरान तीन प्रतिशत थी। बिजली उत्पादन इस साल मार्च में 3.5 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह 2.7 प्रतिशत बढा था। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान बिजली उत्पादन चार प्रतिशत बढ़ा जबकि 2011-12 में 8.2 प्रतिशत बढ़ा था।
   
पूंजीगत उत्पाद क्षेत्र की वद्धि मार्च में 6.9 प्रतिशत रही, जबकि 2012 के इसी महीने इस क्षेत्र का उत्पादन 20.1 प्रतिशत घटा था। पिछले वित्त वर्ष के दौरान पूंजीगत उद्योगों का कुल उत्पादन सालाना आधार पर 6.3 प्रतिशत घटा, जबकि 2011-12 में इस क्षेत्र में चार प्रतिशत संकुचन हुआ था।
   
विनिर्माण क्षेत्र के 22 औद्योगिक समूहों में से 10 में मार्च के दौरान वृद्धि दर्ज की गयी। खनन उत्पादन इस साल मार्च में 2.9 प्रतिशत घटा जबकि 2012 के इसी माह में यह गिरावट 1.1 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान खनन क्षेत्र के उत्पादन में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि 2011-12 में संकुचन 1.9 प्रतिशत था।
   
उपभोक्ता वस्तु उद्योग का उत्पादन इस वर्ष मार्च में मात्र 1.6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले साल इसी महीने इस क्षेत्र में उत्पादन 1.1 प्रतिशत बढा था। 2012-13 में इस खंड की वृद्धि 2.4 प्रतिशत थी, जो पिछले वित्त वर्ष में 4.4 प्रतिशत थी।
   
टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों के उत्पादन में गिरावट मार्च में 4.5 प्रतिशत रही, जबकि 2012 के इसी महीने में इसमें 1.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी।
   
इन उत्पादों के उत्पादन में वृद्धि दर 2012-13 के दौरान 2.1 फीसद रही, जो पिदले वित्त वर्ष के दौरान 2.6 फीसदी थी। गैर टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद उद्योगों की उत्पादन वृद्धि मार्च में 6.5 प्रतिशत थी पिछले साल इसी महीने इसमें एक प्रतिशत वृद्धि हुई थी। इस खंड में वृद्धि 2012-13 के दौरान 2.7 प्रतिशत थी जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 5.9 प्रतिशत थी।

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