समाज महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करे: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को देश में बच्चियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की हाल की घटनाओं को अस्वीकार्य बताया। राष्ट्रपति ने इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करा पाने में लगातार मिल रही असफलता पर...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को देश में बच्चियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की हाल की घटनाओं को अस्वीकार्य बताया। राष्ट्रपति ने इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करा पाने में लगातार मिल रही असफलता पर चिंतन करने का आह्वान किया और कहा कि इसका समाधान निश्चित रूप से ढूंढा जाना चाहिए।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में राज्य द्वारा संचालित उत्कल विश्वविद्यालय के 45वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ हाल में दुष्कर्म की घटनाओं ने देश की चेतना को हिला दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हमें मूल्यों के क्षरण और अपनी महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा दे पाने में हमारी लगातार नाकामी पर रुक कर सोचने के लिए विवश करती हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी आपराधिक नीचता समाज के सभ्य संचालन के सामने चुनौती है। हमें इसके कारण की पहचान करनी होगी और उसका समाधान ढूंढना होगा। समाज को महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करना चाहिए।
मुखर्जी ने युवा मन को प्रशिक्षित करने वालों और नैतिक का सृजन करने वालों से इस इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों को इससे सम्बंधित शिक्षा देने में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और जो हमें अपने समय की नैतिक चुनौती का सामना करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि इससे हमें आधुनिक लोकतंत्र गढ़ने में मदद मिलनी चाहिए, जो मानव गरिमा और समानता पर आधारित हो। राष्ट्रपति बुधवार को यहां पहुंचे। राष्ट्रपति बनने के बाद यह ओडिशा की उनकी पहली यात्रा थी। गुरुवार को नई दिल्ली रवाना होने से पहले पुरी के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएंगे।