18 अप्रैल को आएगी विदेश व्यापार नीति
निर्यात में नरमी के मद्देनजर सरकार ने आज कहा कि वह 18 अप्रैल को एक व्यावहारिक विदेश व्यापार नीति पेश करेगी, जिसमें अन्य बातों के अलावा निर्यात को प्रोत्साहन पर बल होगा। वाणिज्य...
निर्यात में नरमी के मद्देनजर सरकार ने आज कहा कि वह 18 अप्रैल को एक व्यावहारिक विदेश व्यापार नीति पेश करेगी, जिसमें अन्य बातों के अलावा निर्यात को प्रोत्साहन पर बल होगा।
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने सीसीआई की सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए कहा 18 अप्रैल को एक व्यावहारिक विदेशी व्यापार नीति की घोषणा की जाएगी। शर्मा ने विदेशी व्यापार नीति में निर्यात को प्रोत्साहित करने के पैकेज पर वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ परामर्श किया है।
अप्रैल से फरवरी 2012-13 के दौरान निर्यात चार फीसदी घटकर 265.95 अरब डॉलर रहा। इंजीनियरिंग और कपड़ा जैसे क्षेत्र का निर्यात घटा है। इन क्षेत्रों को विदेशी व्यापार नीति में रियायत मिल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक फोकस उत्पाद और फोकस बाजार योजना के तहत निर्यातकों को फायदा मिल सकता है। देश के कुल निर्यात में करीब 30 फीसद का योगदान करने वाले विशेष आर्थिक क्षेत्र को भी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
इससे निर्यात को प्रोत्साहन मिलने और बढ़ते व्यापार घाटे में कमी होने की उम्मीद है। व्यापार घाटा पिछले वित्त वर्ष के 11 महीनों में बढ कर 182.1 अरब डॉलर तक पहुंच गया था।
पिछली बार दिसंबर 2012 में सरकार ने निर्यातकों के लिए प्रोत्साहन की घोषणा की थी, जिसमें निर्यात ऋण पर दो प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी योजना को एक साल बढा कर मार्च 2014 तक जारी रखने का निर्णय शामिल है।