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ब्याज दरं घटेंगी

सस्ते बैंक र्का का रास्ता साफ है। रिार्व बैंक ने लगातार छठवीं बार रपो और रिवर्स दरों में 0.25 फीसदी की कमी कर दी है। आरबीआई गवर्नर डॉ.डी. सुब्बाराव ने बैंकों से अपील भी की कि उन्हें ब्याज दरों में और...

 ब्याज दरं घटेंगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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सस्ते बैंक र्का का रास्ता साफ है। रिार्व बैंक ने लगातार छठवीं बार रपो और रिवर्स दरों में 0.25 फीसदी की कमी कर दी है। आरबीआई गवर्नर डॉ.डी. सुब्बाराव ने बैंकों से अपील भी की कि उन्हें ब्याज दरों में और कमी करनी चाहिए। इस अपील के तुरंत बाद आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी प्रधान उधारी दर आधा प्रतिशत कम कर दी। 16.25 प्रतिशत की नई उधारी दर बुधवार से प्रभावी होगी। बैंक की होम लोन की ब्याज दर भी अब 13.5 प्रतिशत हो गई है। बैंक ने विभिन्न श्रेणियों की जमा दरें भी 0.25 प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत तक कम कर दी हैं। यह दरें 24 अप्रैल से प्रभावी होंगी। यूको बैंक अपनी प्रधान उधारी दर 0.25 प्रतिशत तक कम कर करेगा।ो फिलहाल ब्याज दरों में कटौती करने का कोई इरादा नहीं है।ड्ढr रपो दर अब पाँच फीसदी से कम होकर 4.75 फीसदी पर आ गई है और रिवर्स रेपो दर 3.5 फीसदी से कम होकर 3.25 फीसदी पर आ गई है। रपो दर में कमी से बैंकों की फंड लागत कम होगी जिससे वे ब्याज दरों में कमी कर सकेंगे। वहीं रिवर्स रपो दर में कमी से बैंक, रिार्व बैंक के पास अपना धन जमा करने के बजाय उद्योग और आम लोगों को र्का देने में कहीं अधिक दिलचस्पी लेना शुरू करेंगे।ड्ढr आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात यानी सीआरआर को पाँच फीसदी ज्यों का त्यों छोड़ दिया है। बैंक दर को भी छह फीसदी पर बनाए रखा गया है। आरबीआई के मुताबिक आने वाले दिनों में महँगाई दर औसतन तीन फीसदी के स्तर पर बनी रहेगी और मार्च 2010 तक यह औसतन चार फीसदी पर आ जाएगी। विदेशी बैंकों में भारतीयों के जमा काले धन को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद पर भी रिार्व बैंेक ने हस्तक्षेप किया है। आरबीआई ने साफ कहा है कि वह जी-20 देशों के फैसले के मुताबिक अपने निगरानी तंत्र को और मजबूत करगा ताकि काला धन विदेशों में जमा करने पर लगाम लग सके। (विसं)

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